कंप्यूटर व मोबाइल से बनाएं दूरी, सुरक्षित रहेंगी आपकी आंखें Gorakhpur News
आंखों को सुरक्षित रखने के लिए मोबाइल और कम्प्यूटर से निश्चित दूरी बनानी ही होगी। आंखों पर सीधी रोशनी डालने वाले इन उपकरणों का इस्तेमाल न केवल कम करना होगा बल्कि निर्धारित नियमों का भी पालन करना होगा।
गोरखपुर, जेएनएन : आंखों को सुरक्षित रखने के लिए मोबाइल और कम्प्यूटर से निश्चित दूरी बनानी ही होगी। आंखों पर सीधी रोशनी डालने वाले इन उपकरणों का इस्तेमाल न केवल कम करना होगा बल्कि निर्धारित नियमों का भी पालन करना होगा। कंप्यूटर पर काम करते समय हर आधा घंटे पर दो मिनट के लिए अपनी आंखें हटा लें। कंप्यूटर की आंखों से दूरी 30 से 35 इंच होनी चाहिए। साथ ही मानिटर आंखों से 15 अंश नीचे होना चाहिए। सतर्कता से काम करते हुए मोबाइल व कंप्यूटर से आंखों को बचाया जा सकता है। यह बातें नेत्र रोग विशेषज्ञ डा.एपी त्रिपाठी ने कही। वह दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम हैलो डाक्टर में मौजूद थे।
बड़ी संख्या में लोगों ने पूछे सवाल
बड़ी संख्या में लोगों ने फोन पर उनसे आंखों की समस्या से संबंधित सवाल पूछे। दैनिक जागरण के ई-पेपर पर सूचना देखकर दिल्ली से भी एक युवक ने सवाल पूछा। डा.त्रिपाठी ने सभी को उचित परामर्श देकर संतुष्ट किया। उन्होंने कहा कि सुबह खुली हवा में टहलें, योग-प्राणायाम व व्यायाम करें। जब भी बाहर से घर पहुंचें तो आंखों को पानी का छींटा मारकर ठीक से साफ करें। किसी तरह की दिक्कत होने पर डाक्टर से तत्काल संपर्क करें।
सवाल- मेरी उम्र 70 साल है। शुगर है, लेकिन नियंत्रित रहता है। कुछ दिनों से आंखों के नीचे सूजन है।
जगदीश नारायण त्रिपाठी, सहजनवां
जवाब- किडनी के डाक्टर को एक बार दिखा लीजिए। किडनी व हार्ट में समस्या की वजह से ऐसा हो सकता है।
सवाल- मेरी उम्र 40 साल है। लिखने-पढ़ने में दिक्कत हो रही है।
-श्रवण कुमार मिश्रा, जगन्नाथपुर
जवाब- 40 वर्ष के बाद नजदीक की चीजें देखने के लिए चश्मे की जरूरत पड़ती है। डाक्टर से मिलकर चश्मा बनवा लें।
सवाल- मोबाइल व टीबी से बच्चों की आंखों का नुकसान होता है क्या?
-वरुण वर्मा वैरागी, नौसढ़
जवाब- हां, बच्चों को मोबाइल व टीबी से दूर रखें।
सवाल- कुछ दिन पहले आंख का आपरेशन हुआ है। अब आंख में सूखापन आ रहा है।
-राममूरत सिंह, मानीराम
जवाब- रिफ्रेश टीयर ले लें, उसे तीन बार आंखों में डालें।
सवाल- मेरी उम्र 21 साल है। बार-बार मेरे चश्मे का पावर बढ़ जाता है।
-साकेत, दिल्ली
जवाब- हर छह माह पर डाक्टर को दिखाते रहिए और उनका पर्चा संभाल कर रखें।
सवाल- लैपटाप पर आठ से 12 घंटे काम करती हूं। कुछ दिनों से आंखों में खुजली हो रही है।
-प्रीति त्रिपाठी, सैनिक विहार
जवाब- इसे कंप्यूटर विजन सिंड्रोम कहते हैं। हर आधे घंटे पर अपनी आंखें दो मिनट के लिए लैपटाप से हटा लिया करें।
सवाल- छह माह का बच्चा है, देखने में उसे दिक्कत हो रही है।
-केपी त्रिपाठी, श्यामदेउरवां
जवाब- किसी नेत्र सर्जन को दिखा लें। आंखों का पर्दा जांचने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
सवाल- दादी का पांच साल पहले आपरेशन हुआ था। अब आंख की रोशनी कम हो रही है।
-वीरेंद्र मिश्रा, मेंहदावल
जवाब- डाक्टर को दिखा लें। पर्दे की जांच करनी पड़ेगी।
सवाल- आंख में हमेशा खुजली होती है।
-मारकंडेय तिवारी, सहजनवां
जवाब- रोज शाम को घर लौटने पर पानी का छींटा मारकर आंखों की ठीक से सफाई करें। दो मिनट तक आंखों का हल्का मसाज करें। ठीक न होने पर डाक्टर को दिखाएं।
सवाल- 10 साल का बच्चा है। उसकी आंखें लाल हो जाती हैं। दवा चलती है, तो ठीक हो जाती हैं, बंद करने पर पुन: वैसी ही हो जाती हैं।
-सरिता, पीपीगंज
जवाब- काला चश्मा पहनाकर ही उसे घर के बाहर निकलने दें।
सवाल- रात में धुंधला दिखाई देता है।
-सुहेल अख्तर, खड्डा
जवाब- डाक्टर से मिलकर आंख का दबाव चेक करा लें।
इन्होंने भी पूछे सवाल
संतकबीर नगर से अरविंद राय, पीपीगंज से लीलावती, आजाद चौक से रूबी, नाहरपुर से निखिल, सहजनवां से राहुल व राकेश कुमार, बेलघाट से रामपटल गौतम, रानीबाग से रंजना शुक्ला, बेनीगंज से दुर्गेश, रुस्तमपुर से विश्वनाथ मिश्रा, असुरन से विवेक, बिछया से राम उपाध्याय, भिटहा से गोपाल पति त्रिपाठी, मोगलहा से एसके सिंह, मलाव से रामप्रसाद पांडेय, पादरी बाजार से प्यारे मोहन तिवारी, घुघली से अरविंद पांडेय, खलीलालबाद से नीलम व आदर्श शुक्ला, महराजगंज से अभय पांडेय, बस्ती से विजय प्रताप सिंह, शास्त्री नगर से पीके श्रीवास्तव, तारामंडल से सौरभ त्रिपाठी, मोहद्दीपुर से गौतम, गौतम विहार विस्तार से नीतू, खजनी से जोखन ने सवाल पूछे।