यह है यूपी का पहला छात्र संघ जहां कोरोना काल में हुआ चुनाव, जानें- किसके सिर सजा जीत का ताज
गोरखपुर का महाराणा प्रताप पीजी कालेज जंगल धूसड़ प्रदेश का पहला महाविद्यालय बन गया है जहां कोरोना काल में भी छात्र संघ चुनाव हो गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोनाकाल में छात्रसंघ चुनाव कराने वाला महाराणा प्रताप पीजी कालेज जंगल धूसड़ प्रदेश का पहला महाविद्यालय बन गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संरक्षण में चलने वाले इस महाविद्यालय ने इस चुनाव के साथ एक मिसाल कायम की है। शुक्रवार को ऑनलाइन संपन्न हुए चुनाव में सत्य प्रकाश तिवारी अध्यक्ष, शशिकला गौड़ उपाध्यक्ष व अभयराज वर्मा महामंत्री निर्वाचित हुए। जबकि राकेश गुप्ता पुस्तकालय मंत्री चुने गए। चुनाव में पंजीकृत कुल 1268 विद्यार्थियों में से 693 (55 फीसद) ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार चुनाव प्रक्रिया सुबह आठ बजे प्रारंभ हुई। शुरू में मतदान की गति धीमी रही। बाद में निर्धारित समय 11 बजे तक 55 फीसद विद्यार्थी अपने मताधिकार का प्रयोग कर इस ऐतिहासिक चुनाव के गवाह बने।
चुनाव अधिकारी डा.विजय कुमार चौधरी ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए तीन प्रत्याशी मैदान में थे। जिनमें से सर्वाधिक 398 मत पाकर सत्य प्रकाश तिवारी विजयी रहे। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अरुण शर्मा को 248 मतों से हराया। अरुण को 150 मत मिले। तीसरे स्थान पर रहे राम सकल प्रसाद को 145 मतों से संतोष करना पड़ा।
उपाध्यक्ष पद के लिए दो प्रत्याशियाें में से शशिकला गौड़ 389 मत पाकर निर्वाचित घोषित की गई। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी राकेश कुमार को 85 मतों से हराया।राकेश को 304 मत मिले। महामंत्री पद के लिए तीन प्रत्याशी मैदान में थे। इस पद के लिए कड़े मुकाबले में अभय राज वर्मा 278 मत पाकर विजयी घोषित किए गए। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुमित सिंह को 30 मतों से पराजित किया। 167 मत पाकर अनुराग सिंह तीसरे स्थान पर रहे। चौथे पद पुस्तकालय मंत्री पर सर्वाधिक 452 मत पाकर राकेश गुप्ता विजयी रहे। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी संदेश सिंह को 211 मतों से हराया। संदेश को कुल 241 मत मिले।
ऐसे संपन्न हुई चुनाव की प्रक्रिया
मतदान के लिए महाविद्यालय के ईमेल से पंजीकृत मतदाताओं के ईमेल पर सुबह आठ बजे लिंक भेजा गया। जिसके बाद अगले तीन घंटे तक यानी सुबह 11 बजे तक 55 फीसद विद्यार्थियों ने अपने पसंद के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान किया। इस दौरान 12 फीसद विद्यार्थियों ने तकनीकी कारणों से मतदान न कर पाने को लेकर कालेज प्रशासन के पास आपत्ति दर्ज कराई, जिसके आधार पर उन्हें 12 से 2 बजे के बीच दोबारा ऑफलाइन मतदान का मौका दिया गया। लेकिन निर्धारित समय के भीतर कोई भी विद्यार्थी मतदान करने के लिए उपस्थित नहीं हुआ।
चार पदों के लिए दस प्रत्याशी थे मैंदान में
छात्रसंघ चुनाव के चार पदों के लिए ऑनलाइन मतदान में कुल दस प्रत्याशी मैदान में थे। अध्यक्ष व मंत्री पद के लिए तीन-तीन, उपाध्यक्ष व पुस्तकालय मंत्री पद के लिए दो-दो प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था।
मतदान की प्रक्रिया निर्धारित समय के अंदर सुकुशल संपन्न कर ली गई। कुल 55 फीसद विद्यार्थियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंत्री व पुस्तकालय मंत्री पद पर नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को मैं बधाई देता हूं। उन सभी छात्र-छात्राओं को भी धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने पूरे चुनाव प्रक्रिया में अपना योगदान दिया। - डा.प्रदीप राव, प्राचार्य, एमपीपीजी कालेज, जंगल धूसड़