बुद्ध के बताए मार्ग पर चलने से ही कल्याण संभव
देवदह बौद्ध सम्मेलन में जुटे अनुयायी देवदह के विकास के लिए संघर्ष करने की जरूरत
जागरण संवाददाता, लक्ष्मीपुर: बनरसिंहा कला देवदह में गुरुवार को एक दिवसीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में अनुयायी जुटे। सम्मेलन की शुरुआत दम्म देशना पाठ के साथ हुई।
मुख्य अतिथि भदंत ज्ञानेश्वर ने कहा कि भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चल कर विश्व शांति एवं मानव कल्याण संभव है। भगवान बुद्ध ने भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में सत्य और अहिसा का पाठ पठाया। सत्य और अहिसा के संदेश से वशीभूत होकर तमाम देश के गौतम बुद्ध के बताए रास्ते पर चल रहे हैं। बौद्ध धर्म ध्यान, ज्ञान व दया पर आधारित है। इसमें अहिसा और परोपकार को विशेष महत्व दिया गया है। बौद्ध धर्म प्राचीन धर्मों में से एक है, जो पूरे विश्व को शांति का संदेश देता है।
वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष जगदीश गुप्त ने कहा कि गौतम बुद्ध ने कहा था कि हिसा से विरत रहना चाहिए। डीपी बौद्ध ने कहा कि गौतम बुद्ध की ननिहाल देवदह के विकास के लिए संघर्ष करने की जरूरत है। बुद्ध के बताए रास्ते पर चलकर की क्षेत्र का विकास संभव है। इस पर लोगों और संस्थानों को आगे आकर कार्य करना होगा। कार्यक्रम का संचालन देवदह बौद्ध विकास समिति के अध्यक्ष जितेंद्र राव ने किया।
सम्मेलन में भंते बौद्ध ग्लायन, धम्म पाल, आनंद, संघ मित्रा, धम्म सार, महिपाल, गोरख सिद्धार्थ, लक्ष्मीचंद्र पटेल, महेंद्र जायसवाल, प्रहलाद गौतम, डा. शिवांग सिंह, देवेंद्र प्रताप सिंह, एस पी सिंह, डा. एसएस पटेल, रामानुज मौर्य, हरिश्चंद्र चौधरी, शुयस त्रिपाठी, रामलगन बौद्ध, रोहित गौतम, अखिलेश कुमार, सन्तराम, कृष्ण कुमार व संगीता भारती आदि उपस्थित रहे।