Maharajganj News: रुपये के लिए साथी ने ही की थी अखिलानंद की हत्या, घटना से पहले साथ बैठकर पी थी शराब
छह फरवरी को धनेवा-धनेई गांव में ईंट से कूचकर हुई अखिलानंद पांडेय की हत्या मामले का पुलिस ने बुधवार को पर्दाफाश कर दिया है। गांव का ही रहने वाले अखिलानंद के साथी जब्बार ने रुपये के लिए ईंट से कूचकर उसकी हत्या की थी।
महराजगंज, जागरण संवाददाता: छह फरवरी को धनेवा-धनेई गांव में ईंट से कूचकर हुई अखिलानंद पांडेय की हत्या मामले का पुलिस ने बुधवार को पर्दाफाश कर दिया है। गांव का ही रहने वाले अखिलानंद के साथी जब्बार ने रुपये के लिए ईंट से कूचकर उसकी हत्या की थी। घटना से पूर्व उसके कई अन्य साथियों ने भी उसके साथ बैठकर शराब पी थी, पुलिस को उनकी संलिप्तता के साक्ष्य नहीं मिले हैं।
आरोपी जब्बार, रक्तरंजित स्वेटर व घर पर जलाए गए कपड़ों के टुकड़े मिलने के बाद टूट गया। हत्या की बात स्वीकार कर ली। पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर मामले का पर्दाफाश किया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सोमवार की सुबह धनेवा-धनेई निवासी अखिलानंद का शव गांव के ही पास खेत के किनारे से बरामद हुआ था।
मृतक के भाई सच्चिदानंद पांडेय की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। सदर कोतवाली पुलिस की जांच में घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर खून लगा स्वेटर और एक मतदाता पहचान पत्र मिला था।
मतदाता पहचान पत्र के अनुसार, युवक जब्बार को पूछताछ के लिए बुलाया गया तो वह हड़बड़ा गया। इसके बाद पुलिस टीम ने युवक के घर की तलाशी ली तो घर में एक पैंट-शर्ट जला हुआ मिला। बेल्ट की बकल बरामद हुई। कड़ाई से हुई पूछताछ में आरोपी टूट गया, आरोपी ने बताया कि वह काफी दिनों से आर्थिक तंगी में था।
रविवार की रात वह अपने दोस्तों के साथ सुकठियां गांव में शराब पिया था, वहां अखिलानंद पांडेय भी मौजूद थे, शराब पीने के बाद जब अन्य लोग चले गए तो अकेला पाकर अखिलानंद पर रुपयों के लिए हमला कर दिया और ईंट के टुकड़े से मारकर हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी के विरुद्ध मिले साक्ष्यों के आधार पर उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया वहां से उसे जेल भेज दिया गया है। घटना से पूर्व एक साथ बैठकर शराब पीने वालों की भूमिका की भी जांच कराई जा रही है।
साक्ष्य मिटाने के लिए घर पर जलाए थे खुद के कपड़े
हत्यारोपी जब्बार ने घटना के बाद साक्ष्यों छिपाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। घटनास्थल पर गिरे उसके पहचान पत्र और रक्तरंजित स्वेटर ने मामले का पर्दाफाश कर दिया। हालांकि, उसने घटना के समय जो पैंट और शर्ट पहनी थी, घर आकर उसे भी जला दिया था, लेकिन पैंट में लगे बेल्ट के लोहे का बकल उसी कपड़ों की राख से बरामद होने के बाद पुलिस का शक और गहरा गया। पुलिस ने आरोपी के पास से मृतक का मोबाइल और लूट के दो हजार रुपये भी बरामद किए हैं।
संयुक्त टीम को 15 हजार का इनाम
हत्या की घटना का पर्दाफाश करने में सदर कोतवाल रवि कुमार राय, एसओजी प्रभारी राम कृपाल सिंह, स्वाट प्रभारी संजय दुबे, उपनिरीक्षक दिनेश कुमार, कमलेश यादव, विजय, कुतुबुद्दीन, आशुतोष सिंह, विद्यासागर, राम आशीष यादव, राजीव कुमार यादव, मुन्ना चौरसिया, रामनिवास यादव और धर्मेंद्र पांडेय ने भूमिका निभाई है। पुलिस अधीक्षक ने टीम को सामूहिक रूप से 15 हजार रुपये इनाम दिया है।