दुस्साहस: गोरखपुर में माफिया के गुर्गे उठा ले गए ट्रक, पीड़ित ने लगाई मदद की गुहार
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां माफिया के गुर्गों ने एक ट्रांसपोर्टर का ट्रक जबरन छीन लिया। पीड़ित ने मदद के लिए पुलिस को फोन किया और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना में माफिया का नाम फिर सामने आने पर सख्ती के दावे पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता,गोरखपुर। जेल से जमानत पर बाहर आए माफिया के गुर्गे खोराबार क्षेत्र से ट्रांसपोर्टर का ट्रक उठा ले गए। विरोध करने पर उसे धमकाया गया। बीमार पत्नी का पीजीआइ में उपचार चलने की जानकारी देने पर भी नहीं माने। मंडलायुक्त से शिकायत करने पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। सीओ ने शिकायतकर्ता को बयान देने के लिए अपने कार्यालय बुलाया है।
रामजानकी नगर बशारतपुर निवासी अजय कुमार श्रीवास्तव ट्रांसपोर्टर हैं। उन्होंने एक प्राइवेट बैंक से फाइनेंस पर ट्रक लिया था। कोरोना काल में कुछ किश्त न जमा करने पर बैंक ने रिफाइनेंस कर दिया था। ज्यादा ब्याज देने से मना करने पर फाइनेंस कम्पनी ने गाड़ी उठाने की धमकी दी।
इसको लेकर अजय कुमार श्रीवास्तव कोर्ट चले गए। कोर्ट ने सभी पक्षों को उपस्थित होने का नोटिस दिया पर बैंक पक्ष कोर्ट में उपस्थित नहीं हुआ। इस बीच 11 सितंंबर, 2024 को माफिया के गुर्गों ने खोराबार इलाके में अजय की गाड़ी रोकी और चालक को मारपीट कर गाड़ी छीन ले गए।
इसे भी पढ़ें-इलाहाबाद हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, डायट में डीएलएड के लिए इंटरमीडिएट पास अभ्यर्थी भी ले सकेंगे प्रवेश
चालक ने जब अजय कुमार श्रीवास्तव को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने 112 नम्बर पर फोन किया। फिलहाल पुलिस इस मामले की उसी समय से जांच कर रही है। उधर, पीड़ित ने कमिश्नर से इसकी शिकायत पर पूरी घटना बताई और कहा कि बिना किसी आदेश के उनके ट्रक को जबरिया माफिया के गुर्गों ने छीन लिया है।
कमिश्नर की चिट्ठी जब एसएसपी तक पहुंची तो उन्होंने जांच के आदेश दिए। माफिया और उसके गुर्गों द्वारा गुंडागर्दी की वारदात को जहां खोराबार पुलिस ने दबाने का प्रयास किया तो वहीं अब अफसर इसको लेकर गंभीर है।
गैंगस्टर की कार्रवाई न होने से बढ़ा हौसला
जिस माफिया के ऊपर आरोप है उसे पुलिस ने एक वर्ष पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा। मुकदमे में चार्जशीट दाखिल होने के बाद भी गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई नहीं हुई, जिसको लेकर सवाल खड़े हो रहे थे। खोराबार क्षेत्र में हुई घटना में माफिया का नाम फिर सामने आने पर सख्ती के दावे पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
इसे भी पढ़ें- साल का अंतिम सूर्य ग्रहण आज, सूतक काल नहीं होगा मान्य
सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने कहा कि खोराबार थाने में अजय श्रीवास्तव ने प्रार्थना पत्र दिया था। प्रार्थना पत्र में जिस पर उसने आरोप लगाया है, उसे वह जानता भी नहीं है। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि अजय ने किश्त नहीं जमा कराई थी, इसलिए गाड़ी उठाने वाली कंपनी ने उनका ट्रक उठाया है। अजय से बात हुई है उन्हें कार्यालय बुलाया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है।