Move to Jagran APP

जिहादी गतिविधि बढ़ा रहे नेपाल सीमा के मदरसे, गोरखपुर मंदिर पर हमले से पहले मुर्तजा ने भी कई बार लगाए थे चक्कर

गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने से पहले मुर्तजा अब्बासी भी अलीगढ़वा के रास्ते बार्डर पार कर नेपाल गया था। वहां से लौटने के बाद वारदात की। उत्तर प्रदेश से नेपाल की 570 किलोमीटर सीमा सटी है। सुरक्षा के लिहाज यह अति संवेदनशील है।

By Jagran NewsEdited By: Nitesh SrivastavaPublished: Wed, 01 Feb 2023 10:43 AM (IST)Updated: Wed, 01 Feb 2023 10:43 AM (IST)
जिहादी गतिविधि बढ़ा रहे नेपाल सीमा के मदरसे, गोरखपुर मंदिर पर हमले से पहले मुर्तजा ने भी कई बार लगाए थे चक्कर
गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने से पहले मुर्तजा अब्बासी भी अलीगढ़वा के रास्ते बार्डर पार कर नेपाल गया था। जागरण

जागरण संवाददाता,गोरखपुर: नेपाल सीमा पर तेजी से बढ़ रहे मदरसे जिहादी गतिविधि को बढ़ावा दे रहे हैं। खुफिया एजेंसियां इसे लेकर पहले से ही चिंता जता चुकी हैं। दो साल पहले बार्डर पर बने नए मदरसों की सूची भी बनवाई गई थी। गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने से पहले मुर्तजा अब्बासी भी अलीगढ़वा के रास्ते बार्डर पार कर नेपाल गया था। वहां से लौटने के बाद वारदात की।उत्तर प्रदेश से नेपाल की 570 किलोमीटर सीमा सटी है। सुरक्षा के लिहाज यह अति संवेदनशील है।

loksabha election banner

एक वर्ष पहले खुफिया एजेंसियों ने 10 साल के भीतर नेपाल सीमा के पास बने 250 से अधिक मदरसों का सत्यापन कराया। इसमें सामने आया कि अधिकांश मदरसे बाहरी लोगों की मदद से बने हैं। इसे लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी करने के साथ ही चिंता भी जताई थी कि सीमा पर बने कई मदरसों में आपराधिक और देश विरोधी गतिविधियों को हवा दी जा रही है।

एटीएस की छानबीन में पता चला कि वह मदरसे में जाता था वहां पढ़ने वाले छात्रों को जिहाद के लिए प्रेरित करता था। गोरखनाथ मंदिर में घटना होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की टीम अलीगढ़वा सीमा के पास स्थित मदरसे में भी पहुंची थी जहां मुर्तजा आता-जाता था, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। इसके अलावा सोनौली सीमा से कई विदेशी नागरिकों के घुसपैठ की कोशिश करने के मामले भी सामने आ चुके हैं।

घटना के बाद शुरू हुआ आपरेशन कवच

गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमला होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने नेपाल सीमा के आसपास जिहादी गतिविधि पर लगाम लगाने के लिए आपरेशन कवच शुरू किया। योजना के तहत नेपाल सीमा से सटे 10 किलोमीटर गांव में सुरक्षा समिति का गठन कर स्थानीय पुलिस के साथ ही सुरक्षा एजेंसियों को भी इससे जोड़ा गया है। आने-जाने वाले सभी प्रमुख रास्तों पर सीसी कैमरा लगाने के साथ ही 24 घंटे एसएसबी के साथ स्थानीय पुलिस गश्त कर रही है। एडीजी जोन अखिल कुमार को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है।

घुसपैठ की कोशिश की घटनाएं

  • 20 फरवरी, 2022- फर्जी वीजा के साथ रूसी दंपती स्वेटलाना फैडेरोवा व रुसाना सुल्तानोवा को नेपाल प्रवेश करने से पहले पकड़ लिया गया। दोनों गोवा में एनडीपीएस एक्ट के आरोपित भी थे।
  • 11 दिसंबर, 2021- भारत में प्रवेश कर रहे चीनी नागरिक जी यांग शी निवासी हुबेई चीन को आव्रजन अधिकारियों ने बिना वीजा भारत प्रवेश करने से रोका और नेपाल वापस कर दिया गया।
  • 22 अगस्त, 2020- चीनी नागरिक शेन ली हुबेई चीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
  • 18 अक्टूबर, 2020- फिलिस्तीन के नागरिक अवनी मोहम्मद हसन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
  • 19 जुलाई, 2020- रोमानिया के नागरिक को सोनौली कोतवाली क्षेत्र के तिलहवा गांव के पास मुंटीनू आयोनट ड्राइबोस को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
  • 17 जनवरी, 2020- आस्ट्रिया के नागरिक गरनोट केटजर को फर्जी कागजात के आधार पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

एडीजी जोन अखिल कुमार का कहना है कि आपरेशन कवच शुरू होने के बाद नेपाल सीमा की सुरक्षा-व्यवस्था और मजबूत हुई है। पुलिस, एसएसबी के अलावा ग्राम सुरक्षा समिति की भी नजर घुसपैठियों के साथ ही तस्करी में लिप्त लोगों पर है। दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसी बेहतर तालमेल के साथ चौकसी बरत रही हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.