दहशत का दूसरा नाम था 'इरफान पठान', फिल्में देख बनाता डकैती के प्लान Gorakhpur News
आइसीआइसीआइ बैंक बस्ती में डकैती डालने वाले गैंग का सरगना फिरोज उर्फ इरफान पठान फिल्में देखकर डकैती की घटना को अंजाम देता था।
गोरखपुर, जेएनएन। आइसीआइसीआइ बैंक बस्ती में डकैती डालने वाले गैंग का सरगना फिरोज उर्फ इरफान पठान पांच माह से एसटीएफ को चकमा दे रहा था। फरेंदा में वारदात को अंजाम देने के बाद वह गोरखपुर से फ्लाइट पकड़कर मुंबई चला गया था। पुलिस से बचने के लिए अपनी बाइक कैंपियरगंज में खड़ी कर दी। वहां से बस पकड़कर गोरखपुर आया था।
दोनों हाथ से पिस्टल चलाने में माहिर था फरोज
बस्ती में मुठभेड़ में पकड़े गए उसके साथियों से एसटीएफ को मिली जानकारी के अनुसार प्रयागराज, धूमनगंज के मुंडेरा का रहने वाला फिरोज दोनों हाथ से पिस्टल चलाने में माहिर था। वारदात को अंजाम देने से पहले साथियों के साथ वह आठ से दस बैंकों की रेकी करता था। सबसे आसान टारगेट का चयन करने के बाद बैंक से कुछ दूरी पर किराए का कमरा लेता था। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश और उसके साथी उसी ठिकाने पर एक सप्ताह तक रुकते थे। पुलिस के सुस्त पडऩे पर ट्रेन और बस पकड़कर इलाके से निकलते थे।
पुलिस को सर्विलांस की मदद से पकड़ मिली जानकारी
सर्विलांस की मदद से फिरोज और उसके साथियों के बारे में जानकारी मिलने पर एसटीएफ ने एक माह से उनकी निगरानी शुरू कर दी थी। छानबीन करने पर पता चला कि 17 अक्टूबर को फरेंदा में एचडीएफसी बैंक लूटने के बाद फिरोज गोरखपुर से फ्लाइट पकड़कर मुंबई गया था।
गोरखपुर में भी बैंक डकैती करने का बनाया था प्लान
फिरोज और उसके साथियों ने गोरखपुर में भी बैंक डकैती का प्लान बनाया था। शहर से बाहर स्थित कई प्राइवेट बैंकों की उन्होंने रेकी भी कर ली थी लेकिन पुलिस के सक्रिय होने से कामयाब नहीं हो पाए।
हॉलीवुड की फिल्मों का था शौकीन
फिरोज के भांजे इरशाद और करीबी राजदार विजय कश्यप ने एसटीएफ को बताया कि वह हॉलीवुड की फिल्मों का शौकीन था। ज्यादातर वह बैंक डकैती से जुड़़ी फिल्में देखता था। इसके अलावा यू- ट्यूब और इंटरनेट पर ऐसी फिल्में देखता था। उनको रीयल लाइफ में उतारने का प्रयास करता।