Top Gorakhpur News Of The Day, 23 October 2019 : मुनीम से 90 हजार की लूट, गोरखपुर में डीएनए टेस्ट तक की सुविधा जल्द, आर्थिक तंगी से परेशान दंपती ने खाया जहर, अब पाकिस्तान नहीं जा सकेंगी चिट्ठियां, नए भवन मेंएम्स की ओपीडी शिफ्ट Gorakhpur News
देश-दुनिया राजनीतिक हलचल अपराध एवं अन्य महतवपूर्ण खबरों के लिए पढ़ते रहिए जागरण डाट काम की खबरें। कंटेंट से भरपूर स्टोरी पढि़ये और पल पल की जानकारी से अवगत होते रहिए।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में एडीजी जोन के कार्यालय के ठीक सामने बुधवार को बाइक सवर बदमाशों ने ईंट भट्ठा के मुनीम से 90 हजार रुपये लूट लिए। मुनीम ने कुछ दूर तक बदमाशों का पीछा किया लेकिन पकड़ नहीं पाया। उधर कुशीनगर जिले में प्रेस कांफ्रेंस में अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि गोरखपुर में शीघ्र ही हाईटेक विधि विज्ञान प्रयोगशाला कार्य करने लगेगा। इसमें डीएनए जांच तक संभव होगा। इस प्रयोगशाला में 12 विभाग जुड़ेंगे। तब हम अपराधों पर आसानी से नियंत्रण पाने में सफल हो जाएंगे। बस्ती जिले के लालगंज थानाक्षेत्र के कुम्हिया गांव निवासी सुरेश पाल (60) व उनकी पत्नी सुमित्रा पाल (58) ने मंगलवार को जहर खाकर जान दे दी। दंपती की मौत की वजह आर्थिक तंगी बताई जा रही है। दंपती अपने पुत्र पुनीत, बहू कंचन तथा बेटी रिया के साथ रहते थे। गोरखपुर के डाक विभाग ने पाकिस्तान जाने वाली सभी तरह की डाक पर रोक लगा दी है। केंद्रीय डाक भवन की ओर से जारी निर्देश के बाद पोस्ट मास्टर जनरल कार्यालय ने परिक्षेत्र के सभी डाकघरों को अगले आदेश तक पाकिस्तान के लिए डाक बुक न करने के निर्देश दिए हैं। इससे लोग अब पाकिस्तान में बसे सगे-संबंधियों से पत्राचार नहीं कर सकेंगे। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओपीडी अब नवनिर्मित भवन में शिफ्ट हो गई है। इसके पहले वह आयुष भवन में चल रही थी, जहां जगह बहुत कम थी। नए भवन में पर्याप्त जगह होने से एम्स प्रशासन ने मरीजों व तीमारदारों को बेहतर सुविधा प्रदान की है। अब किसी मरीज को रजिस्ट्रेशन कराने, ओपीडी पर्चा बनवाने या डॉक्टर को दिखाने के लिए लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ रहा है।
एडीजी कार्यालय के सामने मुनीम से 90 हजार की लूट
गोरखपुर में एडीजी जोन के कार्यालय के ठीक सामने बुधवार को बाइक सवर बदमाशों ने ईंट भट्ठा के मुनीम से 90 हजार रुपये लूट लिए। मुनीम ने कुछ दूर तक बदमाशों का पीछा किया लेकिन पकड़ नहीं पया। तेज रफ्तार में बाइक चलाते हुए बदमाश, जमना लाल बजाज पार्क के सामने से जिला अस्पताल की तरफ भाग निकले। मौके पर एसपी सिटी और प्रभरी सीओ कैंट तथा कैंट पुलिस पहुंची थी। शुरुआती छानबीन के बाद पुलिस घटना को संदिग्ध करार दिया है।
गोरखपुर में डीएनए टेस्ट तक की सुविधा जल्द
अपर पुलिस महानिदेशक दावा शेरपा ने कहा कि पुलिस का प्रोडक्ट सुरक्षा और कानून व्यवस्था है। जनता कस्टमर होती है। पूर्व के मुकाबले जोन में 40 फीसद गंभीर अपराधों में गिरावट आई है। एडीजी कुशीनगर जिले के कसया थाना परिसर में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नेपाल सीमा से लगा खुला इंटरनेशनल बार्डर हमारे लिए दोगुनी चुनौती है। पूर्व के मुकाबले अब वैज्ञानिक साक्ष्य के सहारे दोषी को दंड दिलाना आसान हो गया है। अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि गोरखपुर में शीघ्र ही हाईटेक विधि विज्ञान प्रयोगशाला कार्य करने लगेगा। इसमें डीएनए जांच तक संभव होगा। इस प्रयोगशाला में 12 विभाग जुड़ेंगे। तब हम अपराधों पर आसानी से नियंत्रण पाने में सफल हो जाएंगे। आर्थिक तंगी से परेशान दंपती ने खाया जहर
बस्ती जिले के लालगंज थानाक्षेत्र के कुम्हिया गांव निवासी सुरेश पाल (60) व उनकी पत्नी सुमित्रा पाल (58) ने मंगलवार को जहर खाकर जान दे दी। दंपती की मौत की वजह आर्थिक तंगी बताई जा रही है। दंपती अपने पुत्र पुनीत, बहू कंचन तथा बेटी रिया के साथ रहते थे। घटना के समय बेटा काम पर चला गया था, बहू अपने कमरे में थे जबकि बेटी अपने मामा के घर गई थी। परिजनों व ग्रामीणों के अनुसार बेटी रिया की शादी के लिए पैसों की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी जिसकी वजह से आए दिन परिवार में झगड़ा भी होता था। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ने मंगलवार को जहर खाकर खुद को कमरे को बंद कर लिया और जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
अब पाकिस्तान नहीं जा सकेंगी आपकी चिट्ठियां
डाक विभाग ने पाकिस्तान जाने वाली सभी तरह की डाक पर रोक लगा दी है। केंद्रीय डाक भवन की ओर से जारी निर्देश के बाद पोस्ट मास्टर जनरल कार्यालय ने परिक्षेत्र के सभी डाकघरों को अगले आदेश तक पाकिस्तान के लिए डाक बुक न करने के निर्देश दिए हैं। इससे लोग अब पाकिस्तान में बसे सगे-संबंधियों से पत्राचार नहीं कर सकेंगे। विभाग के अनुसार इसकी शुरूआत पाकिस्तान ने बीते 23 अगस्त को ही डाक के आदान-प्रदान पर रोक लगाते हुए कर दी। उसने भारत सरकार को इसकी जानकारी भी नहीं दी। इसका खुलासा तब हुआ जब भारत से पाकिस्तान जाने वाली डाक बगैर डिलीवरी लौटने लगी।
नए भवन में शिफ्ट हुई एम्स की ओपीडी
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओपीडी अब नवनिर्मित भवन में शिफ्ट हो गई है। इसके पहले वह आयुष भवन में चल रही थी, जहां जगह बहुत कम थी। नए भवन में पर्याप्त जगह होने से एम्स प्रशासन ने मरीजों व तीमारदारों को बेहतर सुविधा प्रदान की है। अब किसी मरीज को रजिस्ट्रेशन कराने, ओपीडी पर्चा बनवाने या डॉक्टर को दिखाने के लिए लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ रहा है। वे पर्चा जमा करके कुर्सी पर बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। एम्स का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत फरवरी माह में किया। इसी के साथ 11 विभागों की ओपीडी एम्स में शुरू हो गई। आयुष भवन में भूमि तल व प्रथम तल पर कुल 32 कमरे थे, जिसमें ओपीडी काउंटर, डॉक्टर रूम, पैथोलॉजी आदि किसी तरह से चल रही थी। रजिस्ट्रेशन व पर्चा काउंटर पर भी जगह बहुत कम थी, जहां बैठने की जगह तो दूर आधा से अधिक मरीजों को तेज धूप या बारिश में भवन के बाहर खुले मैदान में लाइन लगाकर खड़ा होना पड़ता था।