आज से खत्म होगा गोरखपुर के दो थाना क्षेत्रों में लाॅकडाउन, पूर्व की भांति खुलेंगी सभी दुकानें Gorakhpur News
Coronaviras Lockdown गोरखपुर के दो थाना क्षेत्रों में लगाया गया लाॅकडाउन सोमवार से खत्म हो रहा है। यहां अब पूर्व की भांति दुकानें खुलेंगी।
गोरखपुर, जेएनएन। 55 घंटे के प्रतिबन्ध के बाद सोमवार की सुबह से जिले के सभी बाजार खुल जाएंगे। कई दिनों बाद ऐसा होगा जब शहर के सभी थाना क्षेत्रों में दुकानें खुल सकेंगी। अधिक हॉटस्पॉट क्षेत्र होने के कारण एक सप्ताह के लिए गोरखनाथ एवं शाहपुर थानाक्षेत्रों में लगाई गई पाबंदी भी सोमवार को सुबह पांच बजे समाप्त हो जाएगी। दुकानें पुराने रोस्टर के अनुसार ही खुलेंगी।
शहर के गोरखनाथ एवं शाहपुर थाना क्षेत्रों में 21 जुलाई की सुबह पांच बजे से एक सप्ताह का प्रतिबन्ध लगाया गया था। इस दौरान इस क्षेत्र में जरूरी सामान की आपूर्ति होम डिलीवरी के माध्यम से की गई। अधिक हॉटस्पॉट क्षेत्र होने के कारण यह निर्णय लिया गया था। सोमवार से इन क्षेत्रों में भी बाजार खुलेंगे। अन्य क्षेत्रों में 55 घंटे की पाबंदी के कारण बंदी थी। रोस्टर के अनुसार सोमवार को खुलने वाली दुकानों पर भीड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए सभी से सुरक्षा के मानकों का पालन करने की अपील जिला प्रशासन की ओर से की गई है। बाजार में जरूरी हो तभी निकलें। मास्क जरूर पहनें। हर हाल में फिजिकल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन करें। कोरोना संक्रमितों की तेजी से बढ़ती संख्या को देखते हुए व्यापारी भी अपने स्तर से सुरक्षा का ध्यान रखेंगे। सभी बड़ी दुकानों पर प्रवेश से पहले तापमान जांचा जाएगा। बिना मास्क के भी किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
सक्रिय रहेंगी प्रशासन की टीमें
बाजार खुलने पर प्रशासन की टीमें सक्रिय रहेंगी। बिना कारण घूमने वालों व मास्क न लगाने वालों का चालान किया जाएगा। इसके लिए करीब 27 टीमें बनाई गई हैं। पिछले करीब 15 दिनों से कई लोगों का चालान किया भी जा चुका है।
गोगोरक्षनाथ चिकित्सालय भी खुलेगा
गुरु श्रीगोरक्षनाथ चिकित्सालय जो बीती 23 जुलाई से बंद था, सोमवार से खुल जाएगा। इस अस्पताल से सोमवार की सुबह आठ बजे से सभी चिकित्सीय सेवाएं मिलने लगेंगी। चिकित्सालय के अपर निदेशक डाॅ. कामेश्वर सिंह ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीते दिनों अस्पताल के दो कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई थी, जिसके बाद सुरक्षा की दृष्टि से अस्पताल को बंद कर दिया गया था।