मधवलिया गोसदन के चारा घोटाले में पशुधन प्रसार अधिकारी भी निलंबित, अब तक सात अधिकारी हो चुके हैं निलंबित Gorakhpur News
शासन स्तर से निचलौल के पशुधन प्रसार अधिकारी मैनुद्दीन को भी निलंबित कर दिया गया है। इसकी पुष्टि मुख्य विकास अधिकारी पवन अग्रवाल ने की है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोसदन मधवलिया में गोवंशीय पशुओं की संख्या में धांधली और चारा घोटाले को लेकर अधिकारियों पर गाज गिरने का सिलसिला अभी जारी है। बुधवार को शासन ने पशुधन प्रसार अधिकारी मैनुद्दीन को भी निलंबित कर दिया है। इस प्रकार इस मामले में अब तक जिलाधिकारी समेत सात अधिकारी निलंबित किए जा चुके हैं।
चारे के नाम पर करोड़ों रुपये डकार लिए जाने के हैं आरोप
दरअसल गोसदन मधवलिया में गायों की संख्या में भारी अंतर पाया गया था। गायों की संख्या में हेर-फेर कर सरकार द्वारा गायों के चारे के लिए दी जा रही करोड़ों रुपये की रकम को संबंधित अधिकारियों द्वारा डकार ली गई। इसे लेकर प्रशासन एवं विभागीय स्तर पर बरती गई अनियमितता की जांच की गई। तब चौंकाने वाला मामला सामने आया। उसके बाद इसकी गूंज शासन के गलियारों तक पहुंची। फिर इसके बाद अफसरों के धड़ाधड़ निलंबन की कार्रवाई शासन ने शुरू कर दी।
डीडीओ को सौंपा गया गोसदन मधवलिया का प्रभार
शासन स्तर से निचलौल के पशुधन प्रसार अधिकारी मैनुद्दीन को भी निलंबित कर दिया गया है। इसकी पुष्टि मुख्य विकास अधिकारी पवन अग्रवाल ने की है। जबकि जिला विकास अधिकारी जगदीश त्रिपाठी को मधवलिया का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
डिप्टी सीएमओ अवध बिहारी को सीवीओ का प्रभार
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी राजीव उपाध्याय के निलंबन के बाद रिक्त चल रहे पद का चार्ज फरेंदा के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी अवध बिहारी को सौंपा गया है। जबकि नौतनवा के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरविंद तिवारी को निचलौल का उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है। इसी प्रकार प्रतापपुर के पशुधन प्रसार अधिकारी रमेश चंद शाही को पशुधन प्रसार अधिकारी निचलौल बनाया गया है।