मेडिकल कालेज के लिए मिली जमीन, राज्यपाल की सहमति का इंतजार
मेडिकल कालेज के लिए प्रशासन ने तलाश की 26 एकड़ जमीन, राज्यपाल की सहमति मिलते ही शुरू होगी शिलान्यास की तैयारी।
गोरखपुर : कैबिनेट ने सूबे छह मेडिकल कालेजों के लिए मंजूरी दे दी है। इसमें सिद्धार्थनगर जनपद भी शामिल है। अब इंतजार राज्यपाल के आदेश का है। उनके आदेश के बाद जनपद की 25.89 एकड़ भूमि मेडिकल कालेज के नाम हो जाएगी। फिर शिलान्यास की तैयारियों में कोई बाधा नहीं रहेगी।
स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जिला चिकित्सालय के सभी स्वास्थ्य केंद्र स्वयं बीमार हैं, ऐसे में मेडिकल कालेज की सौगात किसी बड़े मरहम से कम नहीं हैं। 22 एकड़ के संयुक्त जिला चिकित्सालय से 17.34 एकड़ में मेडिकल कालेज बनेगा। शेष के लिए सीएमओ कार्यालय के सामने की भूमि का चयन किया गया है। जिला चिकित्सालय में 65 बेड का अस्पताल स्वीकृत है। हालांकि इससे सेवा 100 बेड की ली जाती है। नवीन 100 शैय्या का निर्माण हो चुका है। ऐसे में 165 शैय्या बेड की व्यवस्था है। 200 बेड का निर्माण होना शेष है।
मेडिकल कालेज से संबंधित खास ¨बदु
- गत 31 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कपिलवस्तु महोत्सव में कहा था कि भूमि का प्रस्ताव भेजा जाए। मेडिकल कालेज के लिए विचार किया जाएगा।
- 15 जनवरी को मुख्यमंत्री के सचिव मृत्युंजय कुमार नारायण ने डीएम को पत्र जारी कर मेडिकल कालेज के लिए जमीन तलाशने के लिए कहा था।
- 22 फरवरी को जनपद को मेडिकल कालेज की घोषणा हुई
- 14 मार्च को केंद्रीय टीम ने किया था मेडिकल कालेज के लिए सर्वे
- 23 मार्च को सीएमओ कार्यालय के सामने भूमि की पैमाइश शुरू हुई
- 26 मार्च को भूमि संबंधी प्रस्ताव शासन को भेजा गया था
- दो अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले में सर्वशिक्षा अभियान की रैली का शुभारंभ करने के साथ कहा कि सिद्धार्थनगर को मेडिकल कालेज की सौगात दी
शासन से पत्र मिलने के बाद आई तेजी
शासन से मिले पत्र के बाद जिला प्रशासन ने तेजी दिखाई शुरू कर दी है। जिला अस्पताल समेत आस-पास के क्षेत्रों में उपलब्ध 25.89 एकड़ भूमि चिह्नित कर लिया है। मेडिकल कालेज की स्थापना के लिए 26 मार्च 2018 को भूमि संबंधी प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। इसके बाद दोबारा पत्र भेजकर प्रस्तावित भूमि की खतौनी व नक्शा आदि रिपोर्ट मांगी गई थी। जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू ने एसडीएम सदर की रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल कालेज के निर्माण हेतु ग्राम मुड़िला में संयुक्त जिला अस्पताल की 17.34 एकड़ व सीएमओ कार्यालय के सामने खाली 8.55 एकड़ भूमि अर्थात कुल 25.89 एकड़ भूमि मेडिकल कालेज के लिए प्रस्तावित है।
केंद्रीय टीम कर चुकी है सर्वे
केंद्रीय टीम सर्वे कर चुकी है। गत 23 मार्च को तहसीलदार सदर ने मेडिकल कालेज के लिए भूमि की पैमाइश कराई। पैमाइश के बाद रिपोर्ट शासन को भेजा गया था।
संयुक्त जिला चिकित्सालय भी बनेगा हिस्सा
तहसीलदार ने बताया कि मेडिकल कालेज के लिए कुल 25 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। इसमें जिला चिकित्सालय को भी शामिल किया गया है। 165 शैय्या वाला संयुक्त जिला चिकित्सालय 22 एकड़ में स्थापित है। मेडिकल कालेज के लिए भूमि कम न पड़े, ऐसे में सीएमओ कार्यालय के सामने व जिला क्रीड़ांगन के बगल में स्थित आठ एकड़ भूमि का नक्शा देखा गया। अपर जिलाधिकारी ने इसी भूमि का सर्वे कराया था।
तहसीलदार सदर संतोष कुमार ओझा ने बताया कि मेडिकल कालेज के लिए भूमि की पैमाइश कर रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। इसे शासन की मंजूरी मिल चुकी है। तीन दिन पूर्व कैबिनेट भी मंजूरी दे दी है। अब सिर्फ राज्यपाल का आदेश मिलना शेष रह गया है। उनका आदेश मिलने के बाद फिर कोई बाधा नहीं रह जाएगी। भूमि में कोई अड़चन नहीं है। ऐसे में निर्माण में कोई बाधा नहीं आएगी।