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दिल्‍ली से 1.05 घंटे लेट पहुंची कुशीनगर फ्लाइट, फाग की वजह से उडान में हुई देरी

कोहरे के कारण कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आ रही उड़ान सेवा बाधित हो रही है। 28 नवंबर को दिल्ली से आई दूसरी फ्लाइट भी बाधित हुई। आने वाला स्पाइस जेट का विमान 1.05 घंटे देर से पहुंचा। 1.35 बजे के बजाए विमान 2.40 पर लैंड किया।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 05:32 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 05:32 PM (IST)
दिल्‍ली से 1.05 घंटे लेट पहुंची कुशीनगर फ्लाइट, फाग की वजह से उडान में हुई देरी
दिल्‍ली से 28 नवंबर को कुशीनगर पहुंचेे स्‍पाइस जेट के विमान से उतरते यात्री। जागरण

गाेरखपुर, जागरण संवाददाता। कोहरे के कारण कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आ रही उड़ान सेवा बाधित हो रही है। 28 नवंबर को दिल्ली से आई दूसरी फ्लाइट भी बाधित हुई। आने वाला स्पाइस जेट का विमान 1.05 घंटे देर से पहुंचा। 1.35 बजे के बजाए विमान 2.40 पर लैंड किया। 1.55 बजे टेक आफ करने की जगह विमान ने 3.20 बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरा। इससे पूर्व 26 नवंबर को एयरपोर्ट से शुरू हुए घरेलू उड़ान की फ्लाइट भी कोहरे के कारण 56 मिनट विलंब से लैंड की थी। 28 नवंबर को आने वाले विमान की दोनों तरफ से सभी 78 सीटें फुल रही। स्थिति यह है कि इस रूट पर आने वाली दस उड़ान की दोनों तरफ की सीट फुल है। दिल्ली में कोहरे के कारण उड़ान भरने में देरी हुई। स्पाइस जेट के स्टेशन मैनेजर कपिल खरे का कहना है कि दिल्ली में फाग के कारण पहले दिन और आज भी उड़ान में विलंब हुआ।

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इंडिंगो ने भी की उड़ान की पेशकश

कुशीनगर एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई समेत कई रुट पर उड़ान सेवा शुरू करने की विमानन कंपनी इंडिगो ने पेशकश की है। इंडिगो के अधिकारियों ने उड़ान के लिए एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के अधिकारियों से संपर्क साधा है। जल्द ही इंडिगों की टीम यहां का दौरा करेगी।

यात्रियों ने की एयरपोर्ट पर आईएलएस की मांग

कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमानों की समयबद्ध व बाधारहित उड़ान के लिए यात्रियों ने आवाज उठाई है। यात्रियों ने एयरपोर्ट पर जल्द से जल्द आईएलएस (इंस्टुमेंटस लैंडिंग सिस्टम) स्थापित करने की मांग की है। दरअसल इस एयरपोर्ट पर अभी विमान (रिक्वायर्ड नेविगेशनल परफार्मेंस सिस्टम) आरएनपी के सहारे लैंड कर रहे हैं। यह सिस्टम सेटेलाइट से जुड़ा है। विमान को 2000 मीटर दृश्यता की दरकार होती है। किंतु एयरपोर्ट पर पायलट 1400 दृश्यता में विमान उतार रहे है। घने कोहरे व बारिश में दृश्यता बाधित हो जाती है। जिससे आरएनपी के सहारे विमान को लैंड और टेक आफ कराने में पायलट को मसक्कत करनी पड़ती है।

बाधा रहित उडान के लिए आइएलएस लगाया जाना जरूरी

बाधारहित उड़ान के लिए आईएलएस का लगना जरूरी है। इस सिस्टम के लग जाने से 500 मीटर दृश्यता में भी विमान लैंड व टेक आफ कर सकेंगे। कसया के यात्री डा. राणा यादव, सिवान के सुमित सिंह, पतया के रिंकू कुमार, गोपालगंज के ऋषिकेश पांडेय ने एयरपोर्ट पर आईएलएस सहित अन्य यात्री सुविधाएं व संसाधन बढ़ाने की मांग की है। एयरपोर्ट निदेशक एके द्विवेदी का कहना है कि आईएलएस के लिए प्रक्रिया चल रही है। छह माह के अंदर यह सिस्टम लग जाएगा।


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