यहां क्षत्रिय कुल के लोग समर्पित करते हैं कुल देवी को अपना रक्त
श्रीनेत वंशीय क्षत्रियों द्वारा अपनी कुल देवी को रक्त अर्पित किया जाता है। यह बहुत पुरानी परंपरा है। इसे उत्सव के साथ मनाया जाता है।
गोरखपुर (जेएनएन)। जिले के बांसगांव में स्थित दुर्गा मंदिर में श्रीनेत वंशीय क्षत्रियों द्वारा अपना रक्त अर्पित किया जाता है। इस दिन श्रीनेत वंशीय क्षत्रिय हरहाल में उपस्थित रहते हैं। चाहे वह विदेश में ही क्यों न रहते हों, अपनी कुल देवी को रक्त देने के लिए वह जरूर उपस्थित रहते हैं। चाहे बुजुर्ग हों या फिर बच्चे और नौजवान सभी लोग इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। यहां पर यह परंपरा उत्सव का रूप ले चुकी है।
बांसगांव नगर पंचायत के वार्ड संख्या दस में स्थित दुर्गा मंदिर में नवरात्र की नवमी तिथि पर यह कार्यक्रम होता है। गुरुवार को भी श्रीनेत वंशीय क्षत्रियों ने कुल देवी को स्वरक्त अíपत किया और मंगलकामना की। प्राचीन परंपरा के अनुसार गुरुवार को दोपहर बाद कुल देवी मंदिर परिसर में पंक्तिबद्ध खड़े नाइयों के उस्तरा से लोगों ने भयमुक्त होकर आस्था और विश्वास के साथ खुले बदन के नौ अंगों तथा अबोध शिशुओं के ललाट पर चीरा लगवाया। चीरा लगने के बाद निकल रहे रक्त को बेल पत्र पर रख कर कुलदेवी के चरणों में अíपत करने की देर शाम तक होड़ लगी रही। उसके बाद चीरे लगे स्थान पर लोगों ने मंदिर की परिसर भभूत (राख) को मला और मंगलकामना की। इस उत्सव में दर्शक के रूप में अन्य तमाम लोग उपस्थित रहते हैं।
इस अवसर पर सांसद कमलेश पासवान, थाना प्रभारी संतोष यादव, नगर पंचायत के अध्यक्ष वेदप्रकाश शाही, विवेकानंद ¨सह, अंशुमान ¨सह, अजय ¨सह, महेंद्र प्रताप ¨सह, विजय बहादुर ¨सह, शिवजी ¨सह, यशवंत ¨सह, निर्णय कुमार ¨सह, राधेश्याम ¨सह, रामसेवक ¨सह, संजय ¨सह, सीपी ¨सह, अधिवक्ता सुरेश ¨सह, जितेंद्र ¨सह सहारा, कंदर्प ¨सह, अवधेश ¨सह, रमेश बहादुर ¨सह, जयवंश ¨सह, अनिल कुमार ¨सह, पीआरओ राजेश ¨सह, ज्ञानेंद्र ¨सह, विनोद ¨सह, बलवंत ¨सह, महेंद्र ¨सह, संजय ¨सह आदि उपस्थित थे।