जहर खिलाकर बेटे की जान ली, फिर खुद भी दे दी जान Gorakhpur News
गोरखपुर में एक महिला ने बेटे को जहर खिलाकर मारने के बाद खुद भी जहर खाकर जान दे दी।
गोरखपुर, जेएनएन। पति से मोबाइल पर तीखी बहस के बाद परेशान एक ने जहर खिलाकर बेटे को मारने के बाद खुद भी जहर खाकर जान दे दी। घटना गोरखपुर जिले के बड़हलगंज क्षेत्र में बुधवार को हुई।
पति से झगड़े के बाद उठाया कदम
सूबेदारनगर माझा गांव निवासी चंदन निषाद बंगलुरू में नौकरी करते हैं। उनकी पत्नी सीमा सात वर्षीय पुत्र बिट्टू व 10 वर्षीय बेटी शीतल के साथ गांव में सास-ससुर से अलग रहती थी। परिजनों के अनुसार सोमवार को झंगहा क्षेत्र के ग्राम करजहां रामलखना स्थित मायके में बेटी को छोड़कर सीमा नाबालिग बेटे के साथ सूबेदार नगर माझा गांव स्थित ससुराल आई। मंगलवार को रात में किसी बात को लेकर पति से मोबाइल पर सीमा की तीखी बहस हुई। उसने गुस्से में मोबाइल पटक दिया और नाबालिग पुत्र को जहर खिलाने के बाद खुद भी जहर खा लिया।
अस्पताल में दोनों ने दम तोड़ा
मां-बेटे बुधवार को सुबह मकान के दरवाजे पर उल्टी करते-करते अचेत हो गए। परिजनों ने दोनों को सीएचसी बड़हलगंज पहुंचाया। नब्ज टटोलते ही डाक्टर ने बेटे को मृत घोषित कर दिया और उसकी मां को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन सीमा को आजमगढ़ जिला अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान सीमा ने भी दम तोड़ दिया। बड़हलगंज इंस्पेक्टर रामाज्ञा सिंह ने जहरीला पदार्थ खाने से मां-बेटे की मौत होने की पुष्टि की। कहा कि दोनों का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
मायके रहने के विवाद में बढ़ी बात
अपने साथ मासूम व अबोध बेटे की जान लेने वाली कलयुगी मां ने पूरे क्षेत्र को दहलाकर रख दिया। बेटे को जहर देकर मार डाला फिर अपने भी जहर खाकर जान दे दिया। यह ममता को तार तार करने वाली घटना सनसनी खबर बन गई लेकिन सभी इस बात को लेकर काफी बेचैन दिखे कि किस बात के लिए महिला ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया और एक बच्ची को बेसहारा छोड़ गई। यह पूरा राज उसका पति ही जानता होगा। घटना बड़हलगंज थाना क्षेत्र के सूबेदारनगर माझा की है। जहां चंदन साहनी की पत्नी सीमा ने बुधवार को सुबह पहले अपने एकलौते पुत्र सात वर्षीय बिट्टू को जहर खिलाकर दिया और फिर अपने भी जहर खा लिया। काफी प्रयास के बाद भी दोनों को बचाया नहीं जा सका।
पति ने की थी दो शादी
चंदन के पिता गोमती की दो शादी हुई थी। चंदन पहली पत्नी की संतान थे। उनकी सहोदर बहन भी है। दूसरी पत्नी को दो लड़के व एक लड़की है। सौतेली मां के बच्चों की शादी अभी नही हुई है। चंदन परिवार सहित अपनी सौतेली मां से अलग रहता था। एक ही मकान में दो दरवाजे थे। सीमा की अपनी सौतेली सास से बनती नहीं थी। पति के बंगलौर कमाने के कारण वह अक्सर बच्चों को लकेर मायके में रहती थी। गांव के लोगों का कहना है कि पत्नी को मायके में रहना पति को नागवार लगता था। जिससे वह पत्नी को टेलीफोन पर हमेशा घर रहने के लिए कहता था। अभी बीते सोमवार को सीमा अपने मायके झंगहा थाना क्षेत्र के करजहां रामलखना गांव से गांव आयी थी। जबकि उसकी दस वर्षीय पुत्री शीतल ननिहाल में ही रूक गयी। पति चंदन साहनी बंगलौर में रहकर कार्य करता है। वह घटना को सुनते ही चल चुका है लेकिन रास्ते में होने के कारण उसके मोबाइल पर संपर्क नहीं हो पा रहा है। जिससे इस लोहमर्षक घटना का असली कारण सामने आ सके। इस संबंध में कोतवाल रामाज्ञा ङ्क्षसह का कहना है कि दोनों की मृत्यु जहर खाने से हुई है। घटना के कारण का पता नहीं चल पा रहा है।उसका पति आ रहा है तब सच्चाई पता लगेगी।