गोरखपुर में कर्मचारी का अपहरण, पुलिस ने 24 घंटे के अंदर छुड़ाया Gorakhpur News
सूदखोर ने बेटे के साथ मिलकर गुरुवार शाम रामगढ़ताल क्षेत्र में रहने वाले सफाईकर्मी का अपहरण कर लिया। पुलिस ने दोनो को गिरफ्तार कर लिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। सूदखोर ने बेटे के साथ मिलकर गुरुवार शाम रामगढ़ताल क्षेत्र में रहने वाले सफाईकर्मी का अपहरण कर लिया। इसके बाद घरवालों के पास फोन कर छह लाख रुपये देने का दबाव बनाने लगे। एसएसपी के निर्देश पर सक्रिय हुए थानेदार ने बांसगांव क्षेत्र में घेराबंदी कर आरोपितों को गिरफ्तार कर अपहृत सफाईकर्मी को मुक्त कराया।
घर से किया अपहरण
सीओ कैंट सुमित शुक्ला ने बताया कि बांसगांव के अनंतपुर उर्फ डडवा निवासी उधम मिश्रा हरिहरपुर गांव में सफाई कर्मी हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए रामगढ़ताल क्षेत्र के पथरा में किराए पर कमरा लेकर परिवार के साथ रहते हैं। गुरुवार की शाम बांसगांव के कोहटारूप निवासी दयाशंकर सिंह अपने बेटे नीरज के साथ सफाई कर्मी के घर पहुंचे। कमरे से बाहर बुलाकर पिटाई करने के बाद जबरन बोलेरो में उठा लिया। सफाई कर्मी की पत्नी विजयलक्ष्मी ने रोकने का प्रयास किया तो धक्का देकर गिरा दिया। ब्याज के छह लाख रुपये मिलने पर छोडऩे की बात अपने साथ लेकर चले गए।
एसएसपी के निर्देश पर सक्रिय हुई पुलिस
विजयलक्ष्मी ने घटना की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम में दी। एसएसपी के निर्देश पर सक्रिय हुए रामगढ़ताल थाना प्रभारी ने आरोपितों के खिलाफ अपहरण, साहूकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज तलाश शुरू कर दी। सर्विलांस की मदद से लोकेशन मिलने के बाद गुरुवार की देर रात परसिया गांव में शिव मंदिर के पास आरोपित पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर कमरे में बंधक बनाकर रखे गए उधम को मुक्त कराया। सीओ ने बताया कि घटना में प्रयुक्त बोलेरो गाड़ी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
तीन लाख के बदले एवज में ले चुके हैं पांच लाख
2016 में दयाशंकर सिंह ने उधम मिश्रा को छह प्रतिशत ब्याज पर तीन लाख रुपये दिए थे। जिसके एवज में पांच लाख रुपये ले चुका था। लेकिन ब्याज के छह लाख बाकी होने की बात कह रुपये लौटाने का दबाव बना रहा था। आर्थिक तंगी का हवाला देने पर उधम के ऊपर जमीन बैनामा करने का दबाव बना रहे थे।
चेक देने के बहाने आरोपितों को मंदिर पर बुलाया
अपहृत सफाईकर्मी को दयाशंकर ने अपने घर में बंधक बनाकर रखा था। विजयलक्ष्मी के पास फोन करके छह लाख रुपये या ब्लैंक चेक देने का दबाव बना रहा था। पुलिस के कहने पर विजयलक्ष्मी ने चेक देने के लिए उन्हें परसिया गांव के शिवमंदिर पर बुलाया। आरोपित के पहुंचते ही पहले से मौजूद रामगढ़ताल थाना प्रभारी राणा देवेंद्र सिंह ने अपनी टीम के साथ दबोच लिया।