राप्ती नदी तट पर श्रद्धालुओ ने किया स्नान-दान
गोरखपुर: माघ मास की अमावस्या (मौनी अमावस्या) के दिन मंगलवार को श्रद्धालुओ ने राप्ती नदी मे स्ना
गोरखपुर: माघ मास की अमावस्या (मौनी अमावस्या) के दिन मंगलवार को श्रद्धालुओ ने राप्ती नदी मे स्नान कर दान किया। महिलाओ ने गंगा मइया को कड़ाही चढ़ाई। श्रद्धालुओ ने सत्यनारायण व्रत की कथा सुनीं और गाय की बछिया का दान कर मंगल कामना की। राप्ती तट राजघाट पर मेला का दृश्य रहा।
ब्रह्मा मुहूर्त मे ही गंगा मइया की जय बोलते और मंगल गीत गाते महिला, पुरुष श्रद्धालुओ का समूह राप्ती तट पर पहुंचा। राप्ती नदी तक पहुंचने वाले आसपास के सभी रास्ते श्रद्धालुओ से खचाखच भरे थे। राप्ती के दोनो तट पर बड़ी संख्या मे श्रद्धालुओ ने मौन होकर स्नान- दान किया और तिल का लड्डू (अरघा) ग्रहण किया। पुरोहित गाय की बछिया के साथ राप्ती तट पहुंचे थे। उन्होने श्रद्धालुओ को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बछिया का दान कराया।
भोर अभी नही हुई थी, तभी स्नान-दान शुरू हो गया था। महिलाओ ने गंगा मइया को कड़ाही चढ़ाई और अगले वर्ष पुन: आने का मौका देने के लिए निवेदन किया। बुजुर्गो और महिला श्रद्धालुओ ने जहां बछिया दान किया, वही बच्चो ने मेला का खूब मजा लिया। चना, जलेबी आदि की दुकानो पर भीड़ रही। मेला मे सौंदर्य प्रसाधन व घरेलू सामान की दुकाने भी सजी थी।