Jagran Discourse: औद्योगिक और सामाजिक विकास की सूत्रधार है मोदी-योगी सरकार
देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी सर्वोन्मुखी आयाम को स्थापित कर रहे हैैं। उद्योग कृषि और बुनियादी विकास के साथ बस्ती मंडल विकास पथ पर आगे बढ़ा है। हालांकि बहुत कुछ होना बाकी है जिससे बस्ती मंडल के विकास की गति और बढ़ेगी।
बस्ती, जागरण संवाददाता। जब विकास चतुर्मुखी होता है, तब समाज नया आयाम प्राप्त करता है। उद्योग से उत्पादन, शिक्षा से रोजगार, पर्यटन से लेकर तीर्थाटन तक बुनियादी विकास का समाज के अंतिम छोर तक पहुंचना इस आयाम को परिभाषित करता है। देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी सर्वोन्मुखी आयाम को स्थापित कर रहे हैैं। उद्योग, कृषि और बुनियादी विकास के साथ बस्ती मंडल विकास पथ पर आगे बढ़ा है। हालांकि बहुत कुछ होना बाकी है, जिससे बस्ती मंडल के विकास की गति और बढ़ेगी। यह विचार दैनिक जागरण की ओर से स्टेशन रोड स्थित होटल बालाजी प्रकाश में सोमवार को 'विकास के फलक पर बस्ती: बस्ती-सिद्धार्थनगर-संतकबीर नगरÓ विषय पर आयोजित विमर्श में जनप्रतिनिधियों और विशेषज्ञों ने व्यक्त किए।
पीएम, सीएम के प्रयास से दौड रहा है विकास
छह विषय सत्र के विमर्श के उद्घाटन सत्र में प्रदेश के ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम विïकास मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास से विकास दौड़ रहा है। सड़क, स्कूल, अस्पताल, पुल बन रहे। उद्योग लगे। उन्होंने विपक्ष को चेताया भी कि -बरखुरदार, गोरक्षपीठाधीश्वर की उंगली का सुदर्शन चक्र चलेगा तो सपा का खाता भी नहीं खुल पाएगा।
मखौडा धाम को दी जाएगी नई ऊंचाई
दूसरे सत्र में अयोध्या और मख के नए अध्याय पर चर्चा हुई। सांसद हरीश द्विवेदी और हर्रैया के विधायक अजय सिंह ने भगवान राम के लिए किए गए पुत्रेष्टि यज्ञ के स्थल मखौड़ा धाम के विकास को नई ऊंचाई देने की बात कही। औद्योगिक ग्राफ पर बस्ती मंडल सत्र में सिद्धार्थनगर की औद्योगिक शून्यता का सवाल कुटीर उद्योग के समाधान से पूरा हुआ। सहमति बनी कि कुटीर उद्योगों के उत्पादों, लागत, जरूरत, क'चे माल की उपलब्धता, बाजार और रोजगार पर शोध हो ताकि उद्यम लगाने के इच्छुक युवा सारी जानकारी एक साथ पा सकें।
महसूस की गई स्थानीय उत्पाद से संबंधित पाठ्यक्रम की
एक उत्पाद और शिक्षा विषय के चौथे सत्र में स्थानीय उत्पाद संबंधित पाठ्यक्रम की जरूरत समझी गई। पांचवें सत्र में कालानमक चावल को रोजगार और विकास का वाहक माना गया। उद्यान एवं कृषि विपणन मंत्री श्रीराम चौहान ने हिमालय से आने वाले पानी को खेत तक पहुंचाने के लिए सप्तसागर से सिंचाई के लिए नहर प्रणाली को मजबूत करने की घोषणा की। नए जिले के सृजन पर विकास की आवश्यकता पर बात हुई तो संवाद के जरिए समस्याएं समाधान पर आईं। समापन सत्र में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि अयोध्या के विकास के लिए सरकार ने खजाना खोल दिया है। जैसे प्रदेश आगे बढ़ रहा है, वैसे ही बस्ती मंडल भी अग्रसर है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल की आत्मा प्रसन्न होगी कि अब बस्ती उजाड़ नहीं है।