पटना जाना आसान पडरौना कठिन, ढाई सौ किमी दूरी के लिए सीधी सेवा
यहां से प्रतिदिन सैकडों लोग एक दूसरे प्रांत की यात्रा करते हैं। समउर में बिहार के भागीपट्टी से रोजाना निश्चित समय पर गोपालगंज सिवान व राजधानी पटना के लिए प्राइवेट बसें संचालित होती हैं। यहां से पटना जाने के लिए पांच घंटे का समय लगता है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कुशीनगर में बिहार की सीमा पर स्थित समउर और बिहार के भागीपट्टी एक में सटा हुआ कस्बा है। यहां समस्याओं का अंबार है। क्षेत्र के लोगों की सबसे बड़ी समस्या यात्रा के साधन को लेकर है। यहां से बिहार की राजधानी पटना जाना आसान है, लेकिन जिला मुख्यालय पडरौना कठिन। जितने समय में पटना जाएंगे, उससे अधिक समय व अधिक किराया पडरौना जाने में लग जाता है।
डग्गामार वाहनों से यात्रा करते हैं लोग
यहां से प्रतिदिन सैकडों लोग एक दूसरे प्रांत की यात्रा करते हैं। समउर में बिहार के भागीपट्टी से रोजाना निश्चित समय पर गोपालगंज, सिवान व राजधानी पटना के लिए प्राइवेट बसें संचालित होती हैं। यहां से पटना जाने के लिए पांच घंटे का समय लगता है। यूपी में समउर से सीधी सड़क कस्बे से होकर जिला मुख्यालय पडरौना व पनियहवा होते हुए बिहार के बगहा को सीधे तौर पर जोड़ती है। समउर से तमकुही और फाजिलनगर बाजार को जोड़ने के लिए अलग अलग मार्ग है। यातायात के उचित साधन के अभाव में इन दोनों मार्गों पर डग्गामार व जुगाड़ के वाहन से लोग यात्रा करने को मजबूर हैं।
निजी साधन न हो तो छह किमी चलना पड़ता है पैदल
पडरौना जाने वाले मार्ग पर यदि निजी साधन नहींं है तो करीब छह किमी पटहेरिया हाइवे तक पैदल चलना पड़ता है। वहां से नोनिया पट्टी तक पुनः टेंपो या डग्गामार वाहन का सहारा लेना पड़ता है। वहां से करीब एक किमी पैदल चलने के बाद तुर्कपट्टी नहर पर पहुंचकर पडरौना के लिए बस पकड़ कर यात्रा करनी पड़ती है। समउर से पटना की दूरी करीब ढाई सौ किमी है, जबकि पडरौना की दूरी मात्र 40 किमी होने के बावजूद यहां जाने के लिए पटना जाने से अधिक का समय व किराया खर्च होता है। लगभग हर घंटे सिवान, छपरा व बिहार के अन्य प्रमुख बाजारों से गोरखपुर जाने के लिए बसें समउर कस्बा होकर गुजरती हैं। समउर से पटना जाना आसान है, लेकिन पडरौना जाना कठिन।
परिवहन विभाग को लिखा गया है पत्र
उप जिलाधिकारी कुशीनगर देवी दयाल वर्मा ने कहा कि आवागमन सुलभ कराने को लेकर परिवहन विभाग को पत्र भेजा जाएगा। यहां से जिला मुख्यालय समेत अन्य स्थानों के बसों की व्यवस्था कराई जाएगी।