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Coronavirus : 40 हजार आइसोलेशन बेड तैयार करेगा रेलवे, स्टेशनों पर बनेंगे आइसोलेशन वार्ड, Gorakhpur News

Coronavirus से निपटने के लिए भारतीय रेलवे में 2500 कोचों में 40 हजार आइसोलेशन बेड तैयार किए जा रहे हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 11:45 AM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 08:28 PM (IST)
Coronavirus : 40 हजार आइसोलेशन बेड तैयार करेगा रेलवे, स्टेशनों पर बनेंगे आइसोलेशन वार्ड, Gorakhpur News
Coronavirus : 40 हजार आइसोलेशन बेड तैयार करेगा रेलवे, स्टेशनों पर बनेंगे आइसोलेशन वार्ड, Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशन भी कोरोना वायरस से इस जंग के गवाह बनेंगे। गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, बढऩी, देवरिया, छपरा, मऊ और वाराणसी आदि प्रमुख स्टेशनों पर तैनात होने के लिए रेलवे के 64 रक्षक कोच आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार हो गए हैं। शेष 152 का निर्माण भी इसी सप्ताह पूरा हो जाएगा। भारतीय रेलवे में 2500 कोचों में 40 हजार आइसोलेशन बेड तैयार किए जा रहे हैं। 

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फिलहाल 13 रक्षक कोच गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो ए पर खड़े कर दिए गए हैं, जिन्हें जल्द दूसरों स्टेशनों पर भेज दिया जाएगा। प्रत्येक आइसोलेशन रक्षक कोचों में दस बेड तैयार किए गए हैं। कोच में टॉयलेट, बाथरूम की व्यवस्था की गई है। हाथ धोने के लिए साबुन और सैनिटाइजर, तौलिया तथा डिस्पोजेबल थाली, गिलास और प्लेट की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी गई है।  

216 कोचों में बनने हैं आइसोलेशन वार्ड

पूर्वोत्तर रेलवे के कुल 216 कोचों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जाने हैं, जिसमें गोरखपुर स्थित यांत्रिक कारखाने में 78 और कोचिंग डिपो में 38 सहित 116 बनाए जाएंगे। गोरखपुर में करीब 50 आइसोलेशन वार्ड तैयार हो चुके हैं। यांत्रिक कारखाना में स्लीपर तथा कोचिंग डिपो में जनरल कोच में आइसोलेशन वार्ड तैयार हो रहे हैं। 

64 कोचों में आइसोलेशन वार्ड का प्रारूप तैयार हो गया है। शेष का निर्माण भी जल्द ही पूरा करा लिया जाएगा। इनके उपयोग और सुविधाओं के बारे में यथाशीघ्र निर्णय ले लिया जाएगा। - पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

श्रमिकों को बड़ी राहत : वेतन से नहीं होगी कटौती

लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों के वेतन से कटौती नहीं होगी। प्रतिष्ठानों व ईंट-भट्ठा, कारखानों के सेवायोजकों को इस संबध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उनसे कहा गया है कि वे अपने यहां नियोजित श्रमिकों के भरण-पोषण व स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए उन्हें लॉकडाउन अवधि के वेतन का भुगतान करें। साथ ही श्रमिकों को मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध कराएं। सहायक श्रमायुक्त वीके श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के आपदा राहत सहायता योजना के तहत श्रमिकों के खातों में एक हजार रुपये सहायता राशि भेजी जानी है। समस्त पंजीकृत श्रमिकों के बैंक विवरण को संकलित करते हुए पोर्टल पर अपडेट किया जा रहा है। इसके लिए सभी प्रतिष्ठानों, ठेकेदारों व बिल्डरों से कहा गया है कि वे अपने श्रमिकों के बैंक खातों का विवरण उप श्रमायुक्त कार्यालय के ई-मेल या जनपदों के वाट्सएप नंबर पर शीघ्र उपलब्ध कराएं।

वाट्सएप नंबर

गोरखपुर- 9956522858, 9838447350, 9648769035, 8737823182

देवरिया- 9506496911, 9984581938

कुशीनगर- 7054029235, 9415322990

महराजगंज- 9161410779, 6393765506

EPFO ने भी दिखाई दरिया‍दिली

कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय (ईपीएफओ) में अब जन्म तिथि ठीक कराना आसान हो गया है। ईपीएफओ रिकार्ड में दर्ज जन्मतिथि, आधार कार्ड के आधार पर सुधारी जा सकेगी। बशर्ते दोनों जन्मतिथि में अधिकतम तीन साल का अंतर हो। लॉकडाउन के दौरान कर्मचारी सदस्यों को पैसे की दिक्कत न हो, इसलिए सरकार ने 75 फीसद रकम निकालने की सुविधा प्रदान की है। कार्यालय पर भीड़ एकत्रित न हो, इसलिए ईपीएफओ ऑनलाइन आवेदन मांग रहा है। जिनके खाते व आधार कार्ड में दर्ज जन्मतिथियों में अंतर है, वे ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। जन्मतिथि सुधारने के लिए यह सुविधा प्रदान की गई है। क्षेत्रीय आयुक्त भविष्य निधि मनीष मणि ने बताया कि अब जन्म तिथि सुधार के लिए आधार कार्ड को वैध प्रमाण पत्र माना जाएगा। नई व्यवस्था के तहत यूएएन (यूनिवर्सल एकाउंट नंबर) से आधार को केवाईसी के रूप में लिंक करने की प्रक्रिया आसान हो गई है। उन्होंने जन्मतिथि सुधार के लिए ऑनलाइन आवेदन भेजने की अपील की है।


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