भाजपा नेता की हत्या के मामले में दारोगा व सिपाही को निलंबित करने के निर्देश
कुशीनगर में भाजपा नेता वकील सिंह की मौत के मामले में जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र सिंह ने दारोगा व बीट के सिपाही को निलंबित करने का निर्देश दिया।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 21 Jan 2019 02:42 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 09:56 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र के गांव बिहुली सुमाली निवासी भाजपा नेता वकील सिंह की हत्या के मामले में जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र सिंह ने बड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। प्रभारी मंत्री राजेन्द्र सिंह ने दारोगा व बीट के सिपाही को निलंबित करने का निर्देश दिया तो तत्कालीन एसडीएम प्रमोद कुमार की भूमिका के जांच की बात भी कही।
उन्होंने डीएम से कहा कि इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जाए। वह सोमवार को भाजपा नेता के घर सांत्वना देने पहुंचे थे। भाजपा नेता पर भूमि विवाद को लेकर समुदाय विशेष के पड़ोसी ने बीते शनिवार को उनके घर से खींचकर तब जानलेवा हमला किया था, जब वह इसी प्रकरण की तहसील दिवस पर शिकायत कर घर लौटे थे। गंभीर रूप से घायल भाजपा नेता ने रविवार की सुबह गोरखपुर मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।
क्या था मामला
भाजपा नेता की अपने पड़ोसी खलील से दरवाजे पर भूमि को लेकर एक दशक से विवाद चला आ रहा था। उनके दरवाजे के सामने की भूमि पर पड़ोसी ने अपना कब्जा कर रखा है। उसी को लेकर भाजपा नेता कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
घटना के बाद पुलिस ने यह की थी कार्रवाई
शनिवार को जानलेवा हमले के बाद पुलिस ने खलील समेत चार को हिरासत में लिया था, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया था।
उन्होंने डीएम से कहा कि इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जाए। वह सोमवार को भाजपा नेता के घर सांत्वना देने पहुंचे थे। भाजपा नेता पर भूमि विवाद को लेकर समुदाय विशेष के पड़ोसी ने बीते शनिवार को उनके घर से खींचकर तब जानलेवा हमला किया था, जब वह इसी प्रकरण की तहसील दिवस पर शिकायत कर घर लौटे थे। गंभीर रूप से घायल भाजपा नेता ने रविवार की सुबह गोरखपुर मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।
क्या था मामला
भाजपा नेता की अपने पड़ोसी खलील से दरवाजे पर भूमि को लेकर एक दशक से विवाद चला आ रहा था। उनके दरवाजे के सामने की भूमि पर पड़ोसी ने अपना कब्जा कर रखा है। उसी को लेकर भाजपा नेता कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
घटना के बाद पुलिस ने यह की थी कार्रवाई
शनिवार को जानलेवा हमले के बाद पुलिस ने खलील समेत चार को हिरासत में लिया था, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया था।
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