एडीजी की तरफ से पीडि़त महिलाओं की मदद के लिए महिला सुरक्षा समिति गठित करने के निर्देश
थानों पर गठित होने वाली महिला सुरक्षा समिति में निर्विवादित छवि की महिला समाजसेवी प्रोफसर शिक्षक अधिवक्ता व काउंसलर को रखा जाएगा। यह लोग महिला हेल्प डेस्क पर शिकायत लेकर आने वाली पीडि़त से बात कर उसकी समस्या का समाधान कराएंगी।
गोरखपुर, जेएनएन। घरेलू हिंसा, दुष्कर्म व छेडख़ानी की शिकार पीडि़त की मदद व काउंसलिंग के लिए सभी थानों पर महिला सुरक्षा समिति का गठन होगा। इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है। एडीजी अखिल कुमार ने जोन के सभी पुलिस कप्तान को पत्र लिख एक सप्ताह के भीतर समिति का गठन कर लेने के निर्देश दिए हैं। आठ मार्च को मुख्यमंत्री समिति के सदस्यों से मुखातिब होंगे।
सभी थानों में समिति का गठन करने की शुरू हुई तैयारी
थानों पर गठित होने वाली महिला सुरक्षा समिति में निर्विवादित छवि की महिला समाजसेवी, प्रोफसर, शिक्षक, अधिवक्ता व काउंसलर को रखा जाएगा। यह लोग महिला हेल्प डेस्क पर शिकायत लेकर आने वाली पीडि़त से बात कर उसकी समस्या का समाधान कराएंगी। साथ ही पुलिस व पीडि़त परिवार के बीच सेतु का काम करेंगी। पीडि़त परिवार को पुलिस के पक्ष से अवगत कराएंगी, ताकि कोई उन्हें गुमराह न कर सके।एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर सभी थानों पर महिला सुरक्षा समिति का गठन हो जाएगा।इस संबंध में जोन के सभी पुलिस कप्तान को निर्देश दिए गए हैं। आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर समिति के सदस्यों से मुख्यमंत्री मुखातिब होंगे।
हेल्प डेस्क होगा घायल महिलाओं का इलाज
थानों में खुले महिला हेल्प डेस्क पर तैनात सिपाहियों को प्राथमिक उपचार करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। डीआइजी/एसएसपी ने सीएमओ को इंस संबंध में पत्र लिखा है। प्रशिक्षण के बाद सिपाही हेल्प डेस्क पर फरियाद लेकर आने वाली घायल महिलाओं का प्राथमिक उपचार करेंगी।गंभीर होने पर एंबुलेंस से अस्तपाल भेजा जाएगा।
गठित हुआ महिला साइबर क्राइम सेल
इंटरनेट मीडिया पर महिलाओं के साथ होने वाली धोखाधड़ी, अभद्र टिप्पणी, आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों से महिला साइबर क्राइम सेल निपटेगी।डीआइजी/एसएसपी ने शनिवार की रात महिला साइबर क्राइम सेल गठित किया है। उपनिरीक्षक सुनीता सिंह का सेल का प्रभारी बनाया गया है। महिला सिपाही खुशबू मौर्या और गरिमा तिवारी उनका सहयोगी करेंगी।