युवक के पुलिस पिटाई का वीडियो वायरल
थाने में मानवाधिकार का बड़ा बोर्ड इसलिए लगाया जाता है कि पुलिस जनता के साथ अमानवीय व्यवहार न करे। शिकायतकर्ताओं की समस्या सुनकर उसका निस्तारण कानून के दायरे में रहकर करें। लेकिन पुलिस अपने वर्दी की धौंस दिखाने से पीछे नहीं रहती।
सिद्धार्थनगर : थाने में मानवाधिकार का बड़ा बोर्ड इसलिए लगाया जाता है कि पुलिस जनता के साथ अमानवीय व्यवहार न करे। शिकायतकर्ताओं की समस्या सुनकर उसका निस्तारण कानून के दायरे में रहकर करें। लेकिन पुलिस अपने वर्दी की धौंस दिखाने से पीछे नहीं रहती। इन दिनों इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो फुटेज तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें एक पुलिस कर्मी युवक को लात-घूसों से पीट रहा है। वीडियो कुछ माह पहले का बताया जा रहा है।जिसमें पीटने वाले भवानीगंज थाने के हेड कांस्टेबल हैं और उनकी तैनाती थाने में पिछले चार वर्षो से है।
थाना क्षेत्र के मोहसिन पुत्र नरदाहे निवासी परसा जमाल हसीनाबाद चौराहे पर गाड़ी धुलाई का काम करता है। उसी चौराहे पर शहजाद पुत्र छोटाई चिकन बिक्री करता है।उक्त दोनों के बीच 7 सितंबर को आपस में विवाद हो गया था। जिसमें शहजाद ने हेड कांस्टेबल रामशंकर पांडेय को फोन पर सूचना दी। कांस्टेबल मौके पर पहुंचते ही युवक मोहसिन को बड़ी बेरहमी से लात घूसों से मारने-पीटने लगे। उक्त सारी घटना सामने के मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गई। कुछ दिन बाद यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठा रहे हैं।
डीआइजी से शिकायत
सिद्धार्थनगर : उक्त प्रकरण को लेकर सपा नेता रामकुमार उर्फ चिकू यादव ने गुरुवार को डीआइजी को शिकायतीपत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि स्थानीय पुलिस पूरी तरह से सत्ता पक्ष के इशारे पर काम कर रही है और बेगुनाहों के साथ अभद्रता कर रही है। तमाम पुलिस कर्मी ऐसे हैं जो लंबे वक्त से एक ही थाने में तैनात हैं उनका तबादला नहीं हो रहा है। यह विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने का कार्य करेंगे। डुमरियागंज सीओ अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि जांच की जा रही है। वीडियो पुराना बताया जा रहा है। बावजूद इसके जांच कर दोषी के ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।