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गोरखपुर में नया औद्योगिक गलियारा बनाने की तैयारी, 55 सौ एकड़ जमीन चिन्हित- आवासीय एवं वाणिज्यिक सेक्टर भी विकसित होंगे

industrial corridor in gorakhpur गोरखपुर में एक नया औद्योगिक गलियारा बनने जा रहा है। इसके लिए धुरियापार में 18 गांवों की 55 सौ एकड़ जमीन चिन्हित कर ली गई है। इस गलियारे में औद्योगिक के अलावा आवासीय एवं वाणिज्यिक सेक्टर भी विकसित होंगे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 08:02 AM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 11:07 PM (IST)
गोरखपुर में नया औद्योगिक गलियारा बनाने की तैयारी, 55 सौ एकड़ जमीन चिन्हित- आवासीय एवं वाणिज्यिक सेक्टर भी विकसित होंगे
गोरखपुर में नया औद्योगिक गलियारा बनाने की तैयारी हो रही है। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Industrial Corridor in Gorakhpur: गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) का विस्तार करते हुए धुरियापार में एक नया गीडा बसाने की कवायद तेज हो गई है। यहां 18 गांवों के 5500 एकड़ जमीन पर विकास की महायोजना का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। इसमें औद्योगिक के साथ ही आवासीय, वाणिज्यिक एवं सांस्थानिक सेक्टर भी विकसित किए जाएंगे। जल्द ही महायोजना अंतिम रूप से लागू हो जाएगी। गीडा की तर्ज पर ही इस क्षेत्र को सेक्टरवार विकसित किया जाएगा। इस कार‍िडोर के बनने से गोरखपुर की औद्योग‍िक सूरत बदल जाएगी।

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18 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण

गीडा परिक्षेत्र के अंतर्गत गोला तहसील के 18 गांवों में करीब 5500 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। इसके लिए महायोजना तैयार करने की जिम्मेदारी रूद्राभिषेक इंटरप्राइजेज लिमिटेड को दी गई है। कार्यदायी संस्था द्वारा तैयार किए गए महायोजना के प्रारूप में औद्योगिक इकाइयों के लिए मूलभूत सुविधाओं को समाहित करते हुए आवासीय, व्यावसायिक गतिविधियों का उल्लेख भी किया गया है। महायोजना अगले 25 से 30 साल की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।

इतने हिस्से में विकसित होगा यह सेक्टर

औद्योगिक गलियारा की तर्ज पर विकसित किए जाने वाले इस क्षेत्र में 42 प्रतिशत हिस्से पर औद्योगिक सेक्टर, 20 प्रतिशत हिस्से पर ट्रांसपोर्ट एवं कम्यूनिकेशन (वेयर हाउस सहित), 15 प्रतिशत हिस्से पर आवासीय, तीन प्रतिशत हिस्से पर व्यावसायिक, पांच प्रतिशत हिस्से पर सांस्थानिक यानी स्कूल, कालेज आदि व 10 प्रतिशत हिस्से पर खुला एवं ग्रीन क्षेत्र रहेगा। अन्य सुविधाओं के लिए पांच प्रतिशत भूमि आरक्षित की जाएगी।

धुरियापार में 500 एकड़ क्षेत्रफल में विकास की महायोजना तैयार हाे रही है। इसका प्रारूप बन गया है। औद्योगिक के साथ अन्य सेक्टरों का प्रावधान भी किया गया है। महायोजना तैयार होने के बाद जमीन की खरीद शुरू कर दी जाएगी। उसके बाद औद्योगिक इकाइयों के लिए जमीन उपलब्ध करायी जाएगी। इस क्षेत्र के विकास से बड़े पैमाने पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। - पवन अग्रवाल, सीईओ गीडा।


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