Railway News: दोहरीघाट-इंदारा रेल लाइन पर 90 की रफ्तार से दौड़ी CRS की ट्रेन, जल्द शुरू होगा ट्रेनों का संचालन
दोहरीघाट-इंदारा रेल लाइन का आमान परिवर्तन के साथ विद्युतीकरण भी पूरा हो गया है। सीआरएस की हरी झंडी मिलने के बाद जल्द ही नियमित ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। इससे वाराणसी प्रयागराज जाने वाले गोरखपुर दक्षिणांचल के लोगों की राह आसान होगी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दोहरीघाट-इंदारा रेल लाइन का आमान परिवर्तन (छोटी से बड़ी लाइन) और विद्युतीकरण पूरा हो गया है। रेल संरक्षा आयुक्त उत्तर पूर्वी सर्किल (सीआरएस) ने इस बड़ी नई रेल लाइन पर 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाकर 34.8 किमी लंबे रेल खंड का निरीक्षण किया। सीआरएस की हरी झंडी मिलते ही नियमित ट्रेनों का संचालन जल्द शुरू हो जाएगा।
दोहरीघाट तक संचालित किया जाएगा डेमू ट्रेन का मार्ग विस्तार
शुरुआत में प्रयागराज से मऊ के बीच चलने वाली डेमू ट्रेन का मार्ग विस्तार कर इंदारा होते हुए दोहरीघाट तक संचालित किया जाएगा। वाराणसी मंडल ने इस ट्रेन के मार्ग विस्तार और समय का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। सीआरएस की अनुमति मिलते ही ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा। क्षेत्र के लोगों की मांग के अनुसार धीरे-धीरे यात्री ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इंदारा होते हुए दोहरीघाट तक मालगाड़ियां चलाने की भी योजना है। देश के कोने-कोने से सामान दोहरीघाट तक पहुंच जाएंगे।
ट्रेनों के संचालन से मऊ जनपद के कोपा और घोसी ही नहीं गोरखपुर दक्षिणांचल (बड़हलगंज, हाटा और गोला आदि) के हजारों लोगों की राह भी आसान हो जाएगी। ट्रेन पकड़ने के लिए लोगों को गोरखपुर नहीं आना पड़ेगा, कम समय में ही वाराणसी और प्रयागराज पहुंच जाएंगे। उन्हें लगभग 75 किमी कम चलना पड़ेगा। आने वाले दिनों में दोहरीघाट से दिल्ली और मुंबई के लिए भी यात्री ट्रेनें चलने लगेंगी। 213.35 करोड़ रुपये से आमान परिवर्तन पूरा हुआ है। रेल मंत्रालय ने वर्ष 2016-17 में आमान परिवर्तन की स्वीकृति प्रदान की थी।
सहजनवां-दोहरीघाट के रास्ते भी वाराणसी से जुड़ जाएगा गोरखपुर
गोरखपुर जंक्शन दोहरीघाट-सहजनवां नई रेल लाइन के बिछ जाने से सीधे वाराणसी से जुड़ जाएगा। गोरखपुर से सहजनवां, दोहरीघाट, इंदारा के रास्ते वाराणसी, छपरा, प्रयागराज, दिल्ली और मुंबई रूट की ट्रेनें चलने लगेंगी। रेलवे को गोरखपुर-भटनी-मऊ-वाराणसी के अलावा गोरखपुर-सहजनवा-दोहरीघाट-इंदरा-मऊ-वाराणसी के रूप में एक नया रेलमार्ग मिल जाएगा। रेल लाइनों की क्षमता के साथ ट्रेनों की संख्या भी बढ़ जाएगी। दोहरीघाट-सहजनवां करीब 80 किमी नई रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी
वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि इंदारा-दोहरीघाट खण्ड के बड़ी लाइन में परिवर्तित हो जाने से इस क्षेत्र में सवारी गाड़ियों और माल गाड़ियों का संचालन शुरू हो जाएगा। भविष्य में लंबी दूरी की गाड़ियां भी चलाई जाएंगी। लोगों का आवागमन सुगम हो जाएगा।