नेपाल में पांच पुल बना रहा भारत, जानें-इससे क्या मिलेगा लाभ Gorakhpur News
नेपाली राजदूत ने मुख्यमंत्री से धोबहा ड्रेन से लोगों को हो रही परेशानियों से अवगत कराया था। साथ ही उन्होंने समस्या से निजात के लिए अनुरोध किया था।
गोरखपुर, जेएनएन। नेपाल में गंडक नदी पर बने नेपाल बांध के समानांतर बनी धोबहा ड्रेन के कहर से लोगों को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ड्रेन पर पांच पुलों का निर्माण करा रहा है। पुलों के बनने से नेपाल के नवलपरासी जिले के साथ ही उत्तर प्रदेश के महराजगंज, कुशीनगर व बिहार के तराई इलाकों को गंडक नदी की बाढ़ से निजात मिल सकेगी।
नेपाल को यह होगा फायदा
इससे नवलपरासी के करीब एक दर्जन से अधिक गांवों की 8852 हेक्टेयर जमीन पर फसल लहलहा सकेगी। अभी यह इलाका पानी से भरा रहता है। गंडक हाई लेवल कमेटी की संस्तुति के बाद सिंचाई विभाग ने पुलों के निर्माण का कार्य भी प्रारंभ करा दिया है। ये पुल करीब 9.2 किमी लंबी धोबहा ड्रेन पर छह करोड़ की लागत से बनेंगे। धोबहा ड्रेन मुख्य पश्चिमी गंडक नहर से निकलकर पावर इस्केप चैनल में मिलती है। इसके बाद चैनल का पानी गंडक नदी में मिल जाता है। पानी के उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर बाढ़ का खतरा बना रहता है। पुलों के निर्माण के बाद पानी का बहाव सामान्य ढंग से हो सकेगा।
नेपाल ने योगी से की थी समस्या समाधान की मांग
नेपाल के राजदूत नीलांबर आचार्य ने 24 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की थी। आचार्य ने योगी से भारत-नेपाल के बीच व्यापार, धार्मिक, सांस्कृतिक और अन्य क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर चर्चा की। नेपाली राजदूत ने मुख्यमंत्री से धोबहा ड्रेन से लोगों को हो रही परेशानियों से अवगत कराया था। साथ ही उन्होंने समस्या से निजात के लिए अनुरोध किया था।
दोनो देशों को होगा फायदा
अधीक्षण अभियंता केके राय के अनुसार नेपाल के नवलपरासी जिले के एक दर्जन से अधिक गांवों को जल भराव से और भारत के तराई क्षेत्र में बाढ़ से निजात दिलाने के लिए धोबहा डे्रन पर पांच पुल बनाए जा रहे हैं। ड्रेन की सात किलोमीटर सफाई भी कराई जा चुकी है।