नौकरी दिलाने के नाम पर गोरखपुर में दो लाख रुपये की ठगी Gorakhpur News
गोरखपुर में एक व्यक्ति ने नौकरी दिलाने के नाम पर दो लाख रुपये ठग लिए। पीडि़त ने एसएसपी से इसकी शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि नौकरी दिलाने के नाम पर आरोपित ने एक पुलिस अधिकारी के बैंक खाते में रुपये जमा करवाया है।
गोरखपुर, जेएनएन। हरपुर बुदहट क्षेत्र के ग्राम रामनगर निवासी मुकेश गिरी ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर एक व्यक्ति पर नौकरी के नाम पर दो लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया है। उसने यह भी कहा है कि आरोपित थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर है। उसके विरुद्ध गोरखपुर, संतकबीरनगर, लखनऊ आदि जिलों में भी मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस अधिकारी के बैंक खाते में जमा कराया रुपये
मुकेश ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि नौकरी दिलाने के नाम पर आरोपित ने एक पुलिस अधिकारी के बैंक खाते में 28 अगस्त 2018 को एक लाख रुपये भिजवा दिया। 5 सितम्बर 2018 को उसी के बैंक खाते में एक लाख रुपये का आनलाइन भुगतान कराया। काफी समय बाद भी जब नौकरी नहीं लगी तो वह आरोपित से अपना रुपया मांगने लगा। उसने आरोप लगाया है कि आरोपित अब उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है। थानाध्यक्ष हरपुर बुदहट का कहना है कि मामला संज्ञान में है। आरोपित मुकदमा लिखवाने को राजी नहीं है। उसका कहना है कि वह चाहता है कि किसी तरह से उसका रुपया वापस हो जाए।
बोर्ड का विजिलेंस अफसर बता रेलकर्मियों को धमकाया
छठ पूजा के लिए गड्ढा खोदने का दबाव बना रहे जालसाज ने रेलवे के दो अधिकारियों को फोन पर जमकर धमकाया। खुद को रेलवे बोर्ड का विजिलेंस अफसर बताते हुए बात न मानने पर कार्रवाई कराने की चेतावनी दी। गोरखपुर क्षेत्र के पीडब्ल्यूआइ (उप मुख्य इंजीनियर) ने आरोपित के खिलाफ कैंट थाने में तहरीर दी है।
पुलिस को दी तहरीर में उप मुख्य इंजीनियर रविंद्र मेहरा ने लिखा है कि 16 नवंबर की रात में एक व्यक्ति ने उनके सीयूजी नंबर पर फोन किया। खुद को ज्वाइंट डायरेक्टर विजिलेंस आरके ङ्क्षसह बताया और कहा कि रेलवे कालोनी आवास के सामने खाली पड़ी जमीन पर छठ पूजा के लिए पोखरा खुदवा दें। यह बताने पर कि कालोनी के लोग आपत्ति करते हैं, इस पर वह भड़क गया और देख लेने की बात करने लगा।
सीनियर सेक्शन इंजीनियरको भी फोन कर धमकी दी
रविंद्र मेहरा ने कैंट पुलिस को बताया कि संदेह होने पर उन्होंने काल रिकार्ड कर लिया। पूछताछ की तो फोन करने वाले ने बताया कि उन्हें निजी तौर पर जानता है। कुछ देर बाद आरोपित ने सीनियर सेक्शन इंजीनियर कमलेश मिश्र को भी फोन कर धमकी दी। प्रभारी निरीक्षक कैंट अनिल उपाध्याय ने बताया कि आरोप की जांच की जा रही है।