पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा-कोरोना संकट काल में सरकार ने गरीबों को मुफ्त में दिया खाद्यान्न
पूर्व मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर सत्तर साल तक अनुच्छेद 370 की जंजीरों में जकड़ा था। पिछले साल पांच अगस्त को मोदी सरकार ने इससे मुक्ति दिलाई। जम्मू-कश्मीर में देश के सभी कानून लागू हो गए हैं। जिसका लोगों को लंबे समय से इंतजार था।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री व राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना संकट काल में गरीब कल्याण योजना लागू कर गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया है। महिलाओं, बुजुर्गों व किसानों को आर्थिक मदद प्रदान की है। घर वापसी करने वाले कामगारों को मनरगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया। वह शहर के हनुमान मंदिर, भगवान चौराहा व देवरिया खास में जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
पूर्व मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर सत्तर साल तक अनुच्छेद 370 की जंजीरों में जकड़ा था। पिछले साल पांच अगस्त को मोदी सरकार ने इससे मुक्ति दिलाई। जम्मू-कश्मीर में देश के सभी कानून लागू हो गए हैं। जिसका लोगों को लंबे समय से इंतजार था। जम्मू-कश्मीर के सरकारी दफ्तरों में तिरंगा झंडा लहराने लगा। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की तरफ से विकास के इतने काम कराए गए हैं, जिसे आज तक किसी सरकार ने नहीं कराया। विकास की देन है कि आज पूरे देश में जहां जाइए, वहां कुछ न कुछ निर्माण होता मिलेगा।
विपक्षी लगा रहे गलत आरोप
उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार के विकास कार्यों को विपक्षी हजम नहीं कर पा रहे हैं। यही कारण है वे अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं। दर असल विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए विकास कार्यों के विरोध में ही वह खड़े हो गए हैं। जनता सब समझ रही है। जनता को भ्रम में नहीं रखा जा सकता है। वह सभी दलों की सरकार को देख चुकी है।
कार्यक्रम को बलराम उपाध्याय, परशुराम तिवारी आदि ने भी संबोधित किया। सांसद रविंद्र कुशवाहा ने रानीघाट, हाटा व बनुआडीह में केंद्र योजनाओं की योजनाओं से रूबरू कराया। कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं से आम लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। गांव, गरीब, किसान खुशहाल है। राज्य मंत्री जयप्रकाश निषाद ने सेमरही, सांडा, रैश्री गांवों में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। इस दौरान पूर्व विधायक प्रमोद सिंह, कर्मवीर सिंह सोलंकी, बृजेश गुप्ता, राजेश सिंह, जितेंद्र गुप्ता, मेवालाल निषाद आदि उपस्थित रहे।