संतकबीर नगर में किसानों की खेती नदी की धारा में हो रही विलीन
संतकबीर नगर की धनघटा तहसील क्षेत्र से होकर बह रही सरयू नदी की कटान थमने का नाम नहीं ले रही है। नदी के खतरनाक रुख को देखकर बंधे के पास बसे तुर्कवलिया व भिखारीपुर के ग्रामीणों की होश उड़ गए हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : संतकबीर नगर जिले की धनघटा तहसील क्षेत्र से होकर बह रही सरयू नदी की कटान थमने का नाम नहीं ले रही है। नदी कटान करते हुए एमबीडी बंधे तक पहुंच गई है। नदी के खतरनाक रुख को देखकर बंधे के पास बसे तुर्कवलिया व भिखारीपुर के ग्रामीणों की होश उड़ गए हैं। नदी किसानों के खेतों को काटकर अपनी धारा में विलीन कर ले रही है। सरयू नदी पांच सौ मीटर से अधिक भूमि की कटान कर चुकी है।
एक किलोमीटर तक पहुंच गया नदी के कटान का दायरा
नदी के कटान का दायरा एक किलोमीटर तक पहुंच गया है। नदी कटान करते हुए बंधे की पटरी को धारा में विलीन करने लगी है। इस बीच किसानों की खेती नदी की धारा में समाने लगी है। बालमपुर गांव के केशव राजभर, प्रहलाद, रामनिवास, रामहरख, श्रीराम, फूलचंद आदि किसानों का कहना है उनकी सैकड़ों एकड़ फसल नदी की धारा में समा गई है। अभी कटान हो रही है, जिससे उनके बचे कृषि योग्य भूमि पर भी संकट आ गया है। नदी जिस तरह से खतरनाक बनी है, उससे लगता है कि इस बार कुछ भी नहीं बचेगा।
2013 में हजारों एकड़ खेती समा गई थी नदी की धारा में
ग्रामीणों ने कहा कि 2013 में नदी की कटान के चलते हजारों एकड़ खेती नदी की धारा में समा गई थी। जो खेती बची थी, वह इस वर्ष नदी के कटान के चलते नदी की धारा में समाती जा रही है। नदी का जलस्तर 78.150 मीटर पर था जो अब बढ़कर 78.300 मीटर पर पहुंच गया। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता सतीश चंद्र ने कहा कि नदी तेजी से कटान कर रही है। नदी का जलस्तर भी बढ़ा है। इसके बाद भी विभाग कटान रोकने की कोशिश में लगा है। फिलहाल बंधे पर अभी कोई खतरा नहीं है।
कटान रोकने में हो रही लापरवाही
पूर्व विधायक अलगू प्रसाद तुर्कवलिया में हो रही कटान स्थल पर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग कटान रोकने के नाम पर लूट मचाए है। जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं, जिसके चलते हजारों लोगों का जीवन संकट में है। सपा सरकार में बंधे की सुरक्षा के लिए सोलह सौ मीटर दायरे में बोल्डर की पीचिंग करवाने के साथ-साथ बंधे के बगल में करीब 18 मीटर चौड़ा बोल्डर डलवाने का काम किया गया था। शुरुआती दौर में ही अगर विभाग सतर्क हुआ होता तो नदी कटान करते हुए बंधे तक नहीं पहुंचती। विधायक के साथ शैलेंद्र यादव, केशव राजभर, अमरनाथ यादव, सत्येंद्र यादव, संतोष यादव, दिनेश, महेश वर्मा, रणबीर पाल, चंद्रकेश, सलमान आदि लोग मौजूद रहे।