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गोरखपुर में इन्‍होंने पाल रखी है बेसहारा गोवंश, पहली किश्‍त के बने हकदार Gorakhpur News

14 व्यक्तियों नेे पिछले दो माह से इन गायों को पालने में जुटे हैं। 46 लाख की आबादी में यह संख्या कुछ भी नहीं है पर विभाग के लिए यह किसी नायक से कम नहीं हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 29 Nov 2019 10:00 PM (IST)Updated: Sat, 30 Nov 2019 07:53 AM (IST)
गोरखपुर में इन्‍होंने पाल रखी है बेसहारा गोवंश, पहली किश्‍त के बने हकदार Gorakhpur News
गोरखपुर में इन्‍होंने पाल रखी है बेसहारा गोवंश, पहली किश्‍त के बने हकदार Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। जिले के 14 व्यक्ति गोवंश सुपुर्दगी (निराश्रित पशु सहभागिता) योजना के नायक बने हैं। यह वह व्यक्ति हैं, जो बेसहारा गोवंश का पालन कर रहे हैं। पशुपालन के लिए विभाग एक पशु पर 30 रुपये रोजाना चारे के नाम पर दे रहा है। विभाग इन्हें 39870 रुपये की पहली किस्त देने जा रहा है।

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इसलिए शुरू हुई सहभागिता याेजना

पशुपालन रोजगार का साधन बने इस उद्देश्य के तहत सरकार ने सहभागिता योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत बेसहारा पशुओं को पालने के लिए पशुपालन विभाग रुपये भी दे रहा है। एक पशु के लिए 900 रुपये प्रतिमाह दिये जा रहे हैं। एक व्यक्ति चार से अधिक पशु नहीं रख सकता है। पशु बेसहारा व कमजोर होने के चलते लोग इसमें अभिरुचि नहीं दिखा रहे हैं। फिर भी 14 व्यक्तियों नेे पिछले दो माह से इन गायों को पालने में जुटे हैं। 46 लाख की आबादी में यह संख्या कुछ भी नहीं है, पर विभाग के लिए यह किसी नायक से कम नहीं हैं।

जानिए किसने पाले पशु

भुवन भास्कर-चार, राजनाथ यादव-एक, सोमनाथ यादव-तीन, जुगुरा-एक, राजकुमार-चार, बलराम यादव-एक, अरविंद सिंह-चार, कैलाश-चार, सुनील चौहान-चार, देवी प्रसाद-दो, संतू-एक, अनिल यादव-दो, राजमती-दो और अनिल चौहान ने दो गायों को पाल रखी है।

प्रतिमाह देने की व्‍यवस्‍था नहीं

इस संबंध में मुख्‍य पशु चिकित्‍साधिकारी डा. देवेन्‍द्र शर्मा ने का कहना है कि विभाग पशुपालकों को योजना की पहली किश्त देने जा रहा है। यह रुपये प्रतिमाह नहीं मिलते हैं। ऐसे में कई माह का एकत्रित होने के बाद उन्हें धनराशि देने जा रहे हैं। इसके साथ ही योजना के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया जा रहा है। 


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