गोरखपुर में 2000 से 25 सौ रुपये में बिकता था 315 बोर का तमंचा, तीन गिरफ्तार Gorakhpur News
गोरखपुर में पुलिस ने तमंचा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने पिता-पुत्र समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के गगहा के चेड़वा गांव में तमंचा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है। पुलिस ने पिता-पुत्र समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 315 बोर के चार तमंचे, कारतूस व तमंचा बनाने के औजार मिले।
बेटे की मदद से बनाता था तमंचा
एसपी दक्षिणी विपुल श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यवाहक थानेदार प्रवेश सिंह को सूचना मिली कि चेड़वा गांव का रहने वाला बैजनाथ विश्वकर्मा अपने बेटे दिनेश के साथ मिलकर तमंचा बनाने की फैक्ट्री चलाता है। आर्डर मिलने पर तमंचा बनाकर 2000 से 2500 रुपये में बेचता है। देवरिया के एक व्यक्ति ने तमंचा बनाने का आर्डर दिया है। मुखबिर की सूचना पर रविवार की रात में घर में तमंचा बनाने का सामान व उपकरण (पाइप, आरी, कांटा, सरिया नुमा औजार, छिन्नी, हथौड़ा व पंखी भी) और तमंचा लेने आए देवरिया, एकौना के सरांव खुर्द निवासी जयनारायण यादव को गिरफ्तार कर लिया। छानबीन में पता चला कि बैजनाथ अपने बेटे दिनेश की मदद से तमंचा बनाता है। जिसके बाद दिनेश को भी गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी साउथ ने बताया कि 1999 में भी बैजनाथ के घर पर तमंचा और तमंचा बनाने का उपकरण मिला था। जिसमें वह जेल गया था।
खरीदने वालों की जुटाई जा रही जानकारी
बैजनाथ और उसके बेटे दिनेश ने पूछताछ में तमंचा खरीदने वाले कई लोगों का नाम बताया। एसपी साउथ विपुल श्रीवास्तव ने बताया कि तमंचा खरीदने वालों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस उनके खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।
ग्रामीणों की मदद से पकड़े गए पशु तस्कर गए जेल
गोरखपुर के सिकरीगंज और बेलघाट इलाके से ग्रामीणों की मदद से पकड़े गए सात पशु तस्करों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। पूछताछ में उन्होंने एक माह के अंदर गोला, सिकरीगंज, उरुवा और बेलघाट इलाके मेें पशु पालकों पर हमला कर मवेशी चोरी की कई घटनाओं को अंजाम देने की बात कबूल की है। उनके पास से पिकअप पर लदी एक भैंस, एक पडिय़ा, चोरी का दो गैस सिलेंडर, दो तमंचा और चार कारतूस बरामद किया गया है।