देश को आत्मनिर्भर बनाने में प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका Gorakhpur News
आइआइएम अहमदाबाद के प्रो. आनंद प्रसाद गुप्ता ने आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के प्रबंधन के विभिन्न आयामों पर चर्चा की।
गोरखपुर, जेएनएन। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मानविकी एवं प्रबंध विज्ञान विभाग के पहले स्थापना दिवस पर सर्वाइव, सस्टेन एंड ग्रो मैनेजिंग बिजनेस एंड प्रोफेसनल एक्सीलेंस इन 21 सेंचुरी विषय पर वेबीनार का आयोजन किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ. सुधीर नारायण सिंह के स्वागत वक्तव्य के बाद सम्मेलन के पहले सत्र को संबोधित करते हुए आइआइएम अहमदाबाद के प्रो. आनंद प्रसाद गुप्ता ने आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के प्रबंधन के विभिन्न आयामों पर चर्चा की। उन्हेांने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने में प्रबंधन की महती भूमिका है। इसे इंकार नहीं किया जा सकता है।
उद्यमिता और नवोन्मेष की चुनौतियों से कराया अवगत
दूसरे सत्र के वक्ता नार्थ वेस्ट यूनिवर्सिटी दक्षिण अफ्रीका के प्रो. अंकित कट्रोडिया ने प्रतिभागियों को उद्यमिता और नवोन्मेष की चुनौतियों से अवगत कराया। तीसर सत्र में झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय रांची के प्रो. भगवान सिंह ने लॉकडाउन के दौरान डिजिटलीकरण की भूमिका विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लाकडाउन के दौरान जितनी संख्या में लोग डिजिलीकरण में पारंगत हुए, इतनी कभी उम्मीद नहीं किया जा सकता था। इस दौरान एक परिचर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें आइआइटी बीएचयू के डॉ. अजित मिश्र, आइआइटी धनबाद की डॉ. रजनी सिंह आदि ने प्रतिभाग किया। समापन समारोह की अध्यक्षता कुलपति प्रो. श्रीनिवास सिंह की जबकि मुख्य अतिथि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रो. माहरुख मिर्जा रहे। मुख्य वक्ता के तौर पर हरियाणा के पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव कृष्ण मोहन की मौजूदगी रही। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विनय कुमार यादव ने किया।
दुनिया भर के 418 शोध छात्रों और शिक्षकों ने लिया हिस्सा
आयोजन सचिव डॉ. कहकशा खान ने बताया कि वेबीनार में दुनिया भर के 418 शोध छात्रों और शिक्षकों ने हिस्सा लिया। इस दौरान 56 शोधपत्रों की प्रस्तुति भी की गई। स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में कुलपति ने विभाग परिसर में पौधारोपण भी किया। इस दौरान डॉ. रवि कुमार गुप्ता, डॉ. उग्रसेन, डॉ. राजेश ङ्क्षसह, डॉ. प्रियंका राय, डॉ. भारती शुक्ला, ई. बिजेंद्र पुष्कर आदि मौजूद रहे।