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सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा : इतिहास के सवालों ने उलझाया तो हिंदी ने दी राहत

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से पांच दिसंबर को समीक्षा और सहायक समीक्षा अधिकारी के चयन के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया। शहर में इस परीक्षा के लिए 61 केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने बताया कि कुल मिलाकर प्रश्नपत्र संतुलित था।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 04:53 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 04:53 PM (IST)
सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा : इतिहास के सवालों ने उलझाया तो हिंदी ने दी राहत
सेंट एंड्रयूज डिग्री कालेज से परीक्षा देकर निकलते अभ्‍यर्थी। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से पांच दिसंबर को समीक्षा और सहायक समीक्षा अधिकारी के चयन के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया। शहर में इस परीक्षा के लिए 61 केंद्र बनाए गए थे। इन केंद्रों पर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने बताया कि कुल मिलाकर प्रश्नपत्र संतुलित था। पहली पाली में सामान्य अध्ययन की परीक्षा हुई, जिसमें इतिहास के सवाल काफी कठिन थे। कुछ सवालों ने तो काफी देर तक उलझन में रखा लेकिन दूसरी पाली में हुई हिंदी के प्रश्नपत्र ने राहत देकर काफी हद तक उलझन को सुलझाने का कार्य किया।

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15954 अभ्‍यर्थी परीक्षा में हुए शामिल

एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर में हुई परीक्षा के लिए कुल 28605 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें पहली पाली में 15954 अभ्यर्थी ही परीक्षा केंद्र पर पहुंचे जबकि दूसरी पाली में 15870 अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी। यानी करीब 45 फीसद अभ्यर्थी केंद्र पर परीक्षा देने नहीं पहुंचे। एडीएम सिटी ने बताया परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए सभी केंद्रों पर एक-एक प्रभारी मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया था। 20 स्टैटिक मजिस्ट्रेट बनाए गए थे। उनका कहा कि परीक्षा सकुशल सम्पन्न करा ली गई। इस दौरान कहीं से किसी तरह समस्या सामने नहीं आई।

अभ्यर्थी बोले

- अमित पांडेय बोले निर्धारित समय से आधा घंटा पहले ही पेपर पूरा कर लिया था। सामान्य अध्ययन के सवाल कठिन थे। हिंदी के सवाल आसान थे। कुछ मिलाकर पेपर ठीक हुआ।

- किरन कुमारी ने बताया सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र में इतिहास के सवाल कठिन थे। उन्हें हल करने में सर्वाधिक वक्त लगा। हालांकि हिंदी के आसान सवालों से परीक्षा संतुलित हो गई।

' शिप्रा सिंह के मुताबिक सामान्य अध्ययन का प्रश्नपत्र थोड़ा कठिन था लेकिन हल करने में बहुत ज्यादा परेशानी नहीं आई। इतिहास के सवालों ने थोड़ा परेशान जरूर किया लेकिन हिंदी से कसर पूरी हो गई।

- बृजबाला विश्‍वकर्मा ने बताया कि पहली पाली की परीक्षा में इतिहास के सवालों ने काफी माथापच्ची कराई। बाकी के ज्यादा सवाल पढ़े हुए थे, सो उनमें कोई परेशानी नहीं आई। हिंदी का पेपर ठीक हुआ है।


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