Corona संक्रमण के लक्षण मिले तो सात दिन के लिए होंगे तहसील मुख्यालय पर क्वारंटाइन Gorakhpur News
जिले के सभी तहसील मुख्यालयों पर क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। यहां पर हर तरह की सुविधाएं हैं। इसी को फैसेल्टी क्वारंटाइन नाम दिया गया है। कोरोना लक्षण मिलने पर यहीं रखा जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने कहा है कि कोरोना महामारी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए गैर प्रांतों से आ रहे प्रवासी श्रमिकों की स्क्रीनिंग कर उन्हें होम क्वारंटाइन कराना अत्यंत आवश्यक है। रेलवे स्टेशन एवं बस स्टेशन पर प्रवासियों के पहुंचने पर अनिवार्य रूप से उनकी स्क्रीनिंग कराई जा रही है। स्क्रीनिंग में किसी प्रकार के लक्षण मिलने पर उन्हें फैसेल्टी क्वारंटाइन में रखा जाएगा। जिले के सभी तहसील मुख्यालयों पर क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। यहां पर हर तरह की सुविधाएं हैं। इसी को फैसेल्टी क्वारंटाइन नाम दिया गया है। डीएम ने कहा कि जांच के बाद यदि संक्रमण के लक्षण मिलते हैं तो उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया जाएगा। जिन लोगों में संक्रमण के लक्षण नहीं पाए जाते हैं, उन्हें सात दिनों तक फैसेल्टी क्वारंटाइन में रखकर पुन: परीक्षण करवाया जाएगा। यदि सात दिनों के बाद भी संक्रमण नहीं मिला तो उन्हें अगले 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन के लिए भेज दिया जाएगा। बिना लक्षण वाले व्यक्तियों को 21 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में भेजा जाएगा। डीएम ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों का रेलवे स्टेशन एवं कालेसर स्थित जीरो प्वाइंट पर थर्मल स्क्रीनिंग कर उनका डेटा व मोबाइल नंबर संकलित किया जा रहा है। संकलित डेटा को संबंधित तहसील व थाना को उपलब्ध कराया जाएगा। तहसील व थाना के माध्यम से यह सूची ग्राम एवं वार्ड निगरानी समिति को भेज दी जाएगी।
निगरानी समितियों में गांव व शहर के संभ्रांत व्यक्ति भी होंगे शामिल
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि ग्राम निगरानी समिति में ग्राम प्रधान, लेखपाल, ग्राम पंचायत सदस्य, चौकीदार, आशा बहू, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, नवयुवक मंगल दल के सदस्य, सफाई कर्मी होंगे। ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं लेखपाल पर्यवेक्षणीय अधिकारी बनाए गए हैं। निगरानी समिति अपने स्तर से भी ग्राम के संभ्रांत व्यक्तियों को सम्मिलित कर सकती है, जो सूचना संकलन में सहायक होंगे। नगर निगरानी समिति में वार्ड के पार्षद, लेखपाल, सफाई सुपरवाइजर, नागरिक सुरक्षा के पदाधिकारी, एनएसएस के सदस्य, एनसीसी, स्काउट गाइड के किशोर सम्मिलित रहेंगे। उन्होंने बताया कि आशा द्वारा प्रवासियों की सूचना निर्धारित प्रारूप पर भरी जाएगी।