UP के इन तीन जिलों में शुरू हुआ ICMR का सीरो सर्वे, एंटीबॉडी टेस्टिंग के लिए बनाई गईं टीमें
UP के गोंडा बलरामपुर और मऊ में ICMR का सीरो सर्वे फिर शुरू हो गया है। इस सर्वे में एंटीबॉडी की जांच की जाएगी।
गोरखपुर, जेएनएन। आइसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति के आकलन के लिए सीरो सर्वे का दूसरा चरण शुरू कर दिया है। दूसरे चरण के सर्वे के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोंडा, बलरामपुर और मऊ जिलों को चुना गया है। इन जिलों में पहले चरण के सर्वे का कार्य चार महीने पहले हो चुका है।
इन तीनों ही जिलों में सर्वे की जिम्मेदारी आरएमआरसी (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर) गोरखपुर को सौंपी गई है। इसके तहत हर जिले में चार-चार सौ लोगों के खून के नमूनों की जांच होगी, जिससे उनके शरीर में बने एंटीबाॅडी की पहचान हो सके। आरएमआरसी के मीडिया प्रभारी डाॅ. अशोक पांडेय ने बताया कि सीरो सर्वे के लिए हर जिले में 10-10 टीमें बनाई गई हैं। यह टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में 40-40 घरों का चयन करेंगी। हर घर से एक-एक व्यक्ति के खून का नमूना जांच के लिए भेजा जाएगा। इन नमूनों में एंटीबॉडी टेस्टिंग होगी। यह जांच रैपिड किट और एलाइजा दोनों तरीके से होगी।
पहले चरण में मिला था जीरो से सात फीसद संक्रमण
इन तीनों जिलों के पहले चरण का सर्वे अब से चार महीने पहले यानी अप्रैल में हुआ था। उस दौरान गोंडा में चार, बलरामपुर में तीन और मऊ में एक संक्रमित की पहचान हुई थी। संक्रमण की दर जीरो से सात फीसद मिली थी। जांच के लिए 18 से 59 साल के बीच की आयु के लोगोें का चयन किया गया था।
जांच का नतीजा आने मेें लगेगा एक महीना
डाॅ. अशोक पांडेय ने बताया कि इस बार के सर्वे में तीनों जिलों में 10 से 60 साल की आयु के बीच के लोगों का चयन किया जाना है। इनकी जांच का नतीजा आने में एक महीने का समय लग सकता है। सेंपलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।