प्रेमी के साथ मिलकर की थी पति और बेटे की हत्या, कोर्ट ने सुनाई यह सजा Gorakhpur News
चार साल पूर्व गोरखपुर में प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति और बेटे की हत्या करने वाली पत्नी और प्रेमी को कोर्ट ने सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। घटना 20/21 जनवरी 2016 की रात की है।
गोरखपुर, जेएनएन। प्रेमी के साथ मिलकर पति और बेटे की हत्या करने का आरोप सिद्ध पाए जाने अपर अपर सत्र न्यायाधीश ज्ञान प्रकाश शुक्ल ने शाहपुर थाना क्षेत्र के अशोकनगर बशारतपुर निवासिनी अभियुक्ता अर्चना यादव एवं फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के स्वामीनगर निवासी अभियुक्त अजय यादव को सश्रम आजीवन कारावास एवं 65 हजार रुपया अर्थदंड से दण्डित किया है। अर्थदंड न देने पर अभियुक्तों को तीन साल छः माह का कारावास अलग से भुगतना होगा।
2016 में हुई थी घटना, फिरोजाबाद का रहने वाला है प्रेमी
अभियोजन पक्ष की ओर से सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता रविन्द्र सिंह एवं रमेश सिंह का कहना था कि घटना 20/21 जनवरी 2016 की रात की है। शाहपुर थाना क्षेत्र निवासी वादिनी बागेश्वरी देवी का छोटा पुत्र ओमप्रकाश यादव तथा चार वर्षीय पौत्र शिवा घर के ऊपरी मंजिल पर कमरे में सोए हुए थे।बहू अर्चना यादव बगल के दूसरे कमरे में सोई थी।कुछ अज्ञात बदमाश लूट की नीयत से कमरे में घुस गए और वादिनी के पुत्र ओमप्रकाश यादव और पौत्र शिवा का गला दबाकर एवं हथौड़े से ताबड़ तोड प्रहार कर उन दोनों की हत्या कर दिए। दौरान विवेचना मृतक की पत्नी अभियुक्ता अर्चना यादव और अभियुक्त अजय यादव का नाम प्रकाश में आया। न्यायाधीश ने पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर उक्त सजा सुनाई।
लूट व हत्या की कोशिश करने वाला शातिर डेविड गिरफ्तार
सेल्समैन से लूट व पुलिस पर जानलेवा हमला करने वाले बदमाश विक्की उर्फ डेविड को चिलुआताल पुलिस ने शुक्रवार की रात तिवारीपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया। तलाशी लेने पर बदमाश के पास से 32 बोर की एक पिस्टल व लूट की रकम मिली। आरोपित के खिलाफ विभिन्न थानों में चोरी, लूट, जानलेवा हमला सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं। वह गोरखनाथ थाने का हिस्ट्रीशीटर है। 11 सितंबर को चिलुआताल क्षेत्र में फाइनेंस कंपनी के मैनेजर को असलहा दिखाकर बदमाशों ने 1.40 लाख रुपये लूट लिए थे। जांच में सामने आया कि गोरखनाथ के रहने वाले बदमाश विक्की उर्फ डेविड ने अपने साथियों संग मिलकर वारदात को अंजाम दिया है। 18 सितंबर की रात में क्राइम ब्रांच को पता चला चला कि बदमाश कैंट क्षेत्र के बेतियाहाता में अपने मौसेरे भाई के घर छिपा है। स्वाट प्रभारी ने कैंट पुलिस के साथ दबिश दी लेकिन विक्की फायरिंग करते हुए फरार हो गया। पीछा कर रहे पुलिसकर्मियों को उसके रिश्तेदार धीरेंद्र और योगेंद्र ने पकड़ लिया। बदमाश को भगाने में मदद करने और पुलिसकर्मियों से हाथापाई करने के आरोप में कैंट पुलिस ने धीरेंद्र व योगेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। विक्की की सरगर्मी से तलाश चल रही थी। शुक्रवार की रात में चिलुआताल थानेदार नीरज राय को सूचना मिली कि विक्की उर्फ डेविड बाले मियां मैदान के पास मौजूद है। टीम के साथ घेराबंदी कर उन्होंने दबोच लिया।
शरणदाताओं और मददगारों पर भी होगी कार्रवाई
एसप नार्थ अरविंद पांडेय ने बताया कि डेविड के पास से लूट की नकदी, पिस्टल और चार कारतूस मिले। पूछताछ में उसे शरण देने वाले और अन्य साथियों के बारे में जानकारी मिली। जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।