DDU: नेटवर्क विहीन विभागों में कैसे होगी ऑनलाइन पढ़ाई Gorakhpur News
विश्वविद्यालय के कई विभागों में रिकॉर्डिंग सुविधा इंटरनेट या वाई-फाई कनेक्टिविटी नहीं है ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई के प्रयोग पर अभी से सवाल उठने लगे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संकट को देखते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया है। वर्तमान में विश्वविद्यालय के कई विभागों में रिकॉर्डिंग सुविधा, इंटरनेट या वाई-फाई कनेक्टिविटी नहीं है, ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई के प्रयोग पर अभी से सवाल उठने लगे हैं। ऑनलाइन कक्षाओं के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी विभागों को यू-ट्यूब चैनल बनाने का निर्देश दिया है, ताकि अधिक से अधिक वीडियो लेक्चर अपलोड हो सकें। एमए प्रथम वर्ष और बीए प्रथम वर्ष को छोड़कर सभी कक्षाएं ऑनलाइन संचालित की जानी है।
चार सितंबर से शुरू होनी हैं कक्षाएं, सुस्त पड़े विभाग
आगामी चार सितंबर से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होनी हैं, लेकिन अधिकांश विभाग सुस्त पड़े हैं। कई विभागों ने तो अभी तक यूट्यूब चैनल भी नहीं बनाए हैं। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो. मुकुंद शरण त्रिपाठी का कहना है कि यूट्यूब चैनल पर वीडियो लेक्चर अपलोड करने के लिए हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन के साथ ही अधिक डाटा उपलब्ध होना चाहिए। विभाग में इंटरनेट कनेक्शन ही नहीं हैं।
इन विभागों में इंटरनेट ही नहीं
विश्वविद्यालय शिक्षा शास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. एनपी भोक्ता का कहना है कि विभाग में इंटरनेट नहीं है। समय सारिणी तय कर चैनल भी बना लिया गया है। शिक्षकों की कोशिश होगी कि अपने संसाधनों से यू-ट्यूब पर लेक्चर अपलोड करें। यही हाल दर्शन शास्त्र विभाग की है। दर्शन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो.द्वारिका नाथ का कहना है कि इंटरनेट कनेक्शन न होने से यूट््यूब चैनल बनाना और उस पर लेक्चर अपलोड करना बड़ी समस्या है। छात्र हित में हमें अपने ही संसाधन से व्यवस्था करनी होगी। अर्थ शास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. आलोक गोयल का कहना है कि विभाग में इंटरनेट की सुविधा तो है, लेकिन साउंडप्रूफ कक्ष नहीं है। ऐसे में वीडियो लेक्चर तैयार करते समय स्पष्ट आवाज की समस्या आ रही है।