पर्यटकों को रिझाने लगी हिरण्यवती नदी, हर रोज लग रहा सैलानियों का जमघट Gorakhpur News
वर्ष 2013 में कुशीनगर के तत्कालीन डीएम रिग्जियान सैम्फिल ने बुद्धकालीन हिरण्यावती नदी को पर्यटन के अनुरूप विकसित करने की जो योजना बनाई थी वह अब परवाज चढ़ने लगी है। यूं कहें कि हिरण्यावती किनारे का सौंदर्य अब निखरने लगा है।
अनिल कुमार त्रिपाठी, गोरखपुर : वर्ष 2013 में कुशीनगर के तत्कालीन डीएम रिग्जियान सैम्फिल ने बुद्धकालीन हिरण्यावती नदी को पर्यटन के अनुरूप विकसित करने की जो योजना बनाई थी, वह अब परवाज चढ़ने लगी है। यूं कहें कि हिरण्यावती किनारे का सौंदर्य अब निखरने लगा है। नदी किनारे बन रहे पाथ-वे, उपवन, उद्यान, घाट, सीढ़ियां, शेड, पार्किंग में सैलानियों का जमघट लग रहा है। उन्होंने योजना की शुरुआत बुद्ध के अंतिम संस्कार स्थल का द्योतक मुकुटबंधन चैत्य (रामाभार स्तूप) के सटे बुद्धाघाट को विकसित कर की, तब एक सीमित क्षेत्र में नदी पर घाट व सीढ़ियां बनाकर की गई।
योजना ले चुकी है विस्तृत आकार
सात वर्षों में योजना विस्तृत आकार ले चुकी है। बुद्धाघाट के अलावा नदी तट पर करुणासागर घाट भी विकसित हो चुका है। बुद्धाघाट व करुणासागर घाट तक पाथ-वे विकसित किया जा रहा है। नदी के वेट लैंड में शोभाकार व छायादार पौधे रोपित किए जा रहे हैं। बुद्धाघाट के विस्तृत क्षेत्रफल में जहां पहले चारागाह हुआ करता था, अब वहां दो उपवन विकसित हो गए हैं। एक उपवन का नाम महान वैद्य जीवक के नाम पर किया गया है। इस उपवन में औषधीय पौधे लगाने की योजना है।
उपवन में लगाए गए लैंप पोस्ट
उपवन में लोगों के बैठने के लिए खूबसूरत सीमेंटेड बेंच, लैंप पोस्ट लगाए गए हैं। बुद्धा घाट पर 60 मीटर लंबा राष्ट्रीय ध्वज लगाए जाने की योजना पर भी कार्य हो रहा है। इन दिनों परिसर के फर्श को 15 लाख की लागत से आकर्षक बनाने के लिए सीमेंटेड टाइल्स लगाने का कार्य जोरों पर है। दूसरी तरफ नदी में पैडल बोट उतारने की योजना पर भी कार्य हो रहा है। सुंदरीकरण की इस योजना में नगरपालिका, कुशीनगर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (कसाडा), टेंपल एरिया मैनेजमेंट कमेटी, लोनिवि समेत कारपोरेट सेक्टर लगा हुआ है। दूसरी तरफ प्रशासन बौद्ध बिहारों व उद्यमियों से भी सहयोग ले रहा है।
मेगा परियोजनाओं पर कार्य कर रही है सरकार
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कसया / सचिव कसाडा, पूर्ण बोरा ने कहा कि कुशीनगर को वैश्विक पर्यटन के अनुरूप विकसित करने का कार्य केवल सरकार के स्तर से नहीं हो सकता। सरकार मेगा परियोजनाओं पर कार्य कर रही है। छोटे-छोटे कार्य स्थानीय भागीदारी से ही हो सकते हैं। हिरण्यवती का वर्तमान स्वरूप इसी की देन है।
पथिक निवास रामगढ़ ताल में आयोजित करेगा नौकायन फेस्टिवल
पथिक निवास कुशीनगर के तत्वावधान में गोरखपुर रामगढ़ ताल में नाैकायान फेस्टिवल का आयोजन होगा, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। उप्र पर्यटन विकास निगम के महानिदेशक व उप्र पर्यटन के विशेष सचिव शिवपाल सिंह के निर्देश पर उप्र राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड तैयारी में जुट गया है। इसके तहत संचालित होटल पथिक निवास कुशीनगर द्वारा 13 व 14 फरवरी को नौकायन केंद्र (वोट जेट्टी) रामगढ़ ताल गोरखपुर में घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नौकायन फूड फेस्टिवल आयोजित होगा। निर्धारित शुल्क पर लोग दो घंटे तक नौकायन करने के बाद विभिन्न प्रकार के व्यंजन का आनंद ले सकेंगे।