यहां भी हो सकती है केरल एक्सप्रेस जैसी घटना, भाजपा विधायक ने की अतिरिक्त ट्रेन की मांग
केरल एक्सप्रेस में गर्मी के चलते चार यात्रियों की मौत हो गई। यह दुर्घटना गोरखपुर-दिल्ली रूट पर भी हो सकती है। विधायक डा. राधा मोहन ने रेल मंत्री से अतिरिक्त ट्रेन की मांग की है।
गोरखपुर, प्रेम नारायण द्विवेदी। केरल एक्सप्रेस में गर्मी के चलते चार यात्रियों की मौत हो गई। यह रेल महकमे की व्यवस्था पर बड़ा सवाल है। एक तरफ एसी स्पेशल ट्रेनें खाली दौड़ रहीं हैं, तो दूसरी तरफ जनरल बोगियों में आम यात्री पिस रहे हैं। उनके लिए सहूलियत तो दूर बैठने तक की जगह नहीं मिल पा रही है। अब दिल्ली के रास्ते हिसार जाने वाली 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस को ही लीजिए। इस ट्रेन में भीड़ इतनी की सांस लेना भी मुश्किल।
मंगलवार शाम 4.15 बजे के आसपास ट्रेन प्लेटफार्म नंबर दो पर जाने के लिए तैयार खड़ी थी। जनरल बोगियों में पैर रखने की जगह नहीं थी। अंदर प्रवेश करना मुश्किल था। कई यात्रियों ने गेट पर ही चादर की झूला बना लिया था। अंदर गर्मी से ब'चे बिलख रहे थे। महिलाएं हाथ पंखा झल रही थीं। पुरुष यात्री शरीर से शर्ट उतार कर बैठे थे। कुछ खिड़कियों से झांक रहे थे तो कई खड़े होकर कपड़े को ही पंखा बनाकर हवा ले रहे थे। गर्मी के चलते यात्री बोलने की स्थिति में नहीं थे।
यह समस्या एक दिन और एक ट्रेन की नहीं है। लोग घुटन भरे माहौल में जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। एक तो सीट नहीं मिल रही। ऊपर से भीड़ में भीषण गर्मी कोढ़ में खाज बनी है। एक दिन पहले ही केरला एक्सप्रेस में चार यात्रियों की मौत गर्मी में घबराहट के चलते हो गई। दो यात्री गंभीर रूप से बीमार हो गए। पिछले रविवार को बांदा की एक बालिका जनरल बोगी की भीड़ में दब गई। गोरखपुर से चलने वाली गोरखधाम एक्सप्रेस की स्थिति भी भयावह है। कभी भी इस तरह की दुर्घटना हो सकती है। दरअसल, दिल्ली के रास्ते हिसार के लिए गोरखपुर से रोजाना सिर्फ गोरखधाम एक्सप्रेस ही है। सात जनरल बोगियों में प्रतिदिन औसत ढाई से तीन हजार लोग यात्रा करते हैं। भीड़ का आलम यह है कि टॉयलेट में खड़े होने की जगह नहीं मिल पाती है।
लोग लगातार दिल्ली के लिए गोरखपुर से अंत्योदय या जनसाधारण एक्सप्रेस की मांग कर रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। हालांकि, पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने प्रस्ताव तैयार किया है। प्रस्ताव पर रेलवे बोर्ड ने जल्द निर्णय नहीं लिया तो स्थिति और विकट हो जाएगी।
यात्रियों ने कहा
गर्मी के चलते सीट पर बैठ नहीं पा रहा था। बोगी से बाहर निकलते ही सीट पर किसी दूसरे यात्री ने कब्जा जमा लिया। आखिर यह कब तक चलेगा। रेलवे को सोचना होगा। - संतोष विश्वकर्मा, यात्री- गोला
दिल्ली जाना है। बोगी के अंदर गर्मी के चलते बैठना मुश्किल है। गेट पर ही खड़े-खड़े चला जाउंगा। जब तक एक जनसाधारण ट्रेन नहीं चलेगी, यह परेशानी समाप्त नहीं होने वाली। - बृजभान, यात्री- सहजनवां
गर्मी के चलते बोगी में कपड़ा नहीं पहना जा रहा है। शरीर पर बनियान भी बर्दाश्त नहीं हो रही। अब तो दिल्ली जाने की इ'छा ही नहीं हो रही। अंदर घबराहट सी हो रही है। - रघुराई प्रसाद, यात्री- घुघली
अंदर गर्म हवा बर्दाश्त नहीं हुई है तो खिड़की खोल दी है। राहत मिली है। पहले ही आकर सीट पर बैठ गया था। अब एक सीट पर चार लोग हैं। मिचली आ रही है। - दिलीप, यात्री- मुजफ्फरपुर
भाजपा विधायक ने की रेलमंत्री से अतिरिक्त एक्सप्रेस की मांग
गोरखपुर से भाजपा विधायक डाॅ. राधामोहन दास अग्रवाल ने रेल मंत्री को ट्वीट करते हुए गोरखपुर कहा है कि केरल एक्सप्रेस जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए गोरखपुर से दिल्ली के बीच अतिरिक्त जनसाधारण एक्सप्रेस चलाना आवश्यक है।
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