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आयुष्मान भारत योजना में ली जाएगी प्रधानों की मदद, चिट्ठी पहुंचाएंगी आशा कार्यकर्ता

आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले के 1252 ग्राम प्रधानों के लिए तैयार पत्र का प्रिंट आउट सीएचसी को भेजा जा चुका है । पत्र के जरिये योजना के बारे में जानकारी देते हुए आयुष्मान कार्ड की महत्ता बताई गयी है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 02:29 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 05:03 PM (IST)
आयुष्मान भारत योजना में ली जाएगी प्रधानों की मदद, चिट्ठी पहुंचाएंगी आशा कार्यकर्ता
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का प्रतीकात्‍मक फाइल फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) से जुड़ी भ्रांतियां दूर कर लोगों को इससे जोडऩे में अब ग्राम प्रधानों की मदद ली जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ग्राम प्रधानों तक जागरूकता चिट्ठी पहुंचाने में जुट गया है। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) तक चिट्ठी पहुंच गई है। आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से इसे ग्राम प्रधानों तक पहुंचाया जाएगा।

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जनपद के 1252 ग्राम प्रधानों को भेजी जाएंगी चिट्ठियां

आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले के 1252 ग्राम प्रधानों के लिए तैयार पत्र का प्रिंट आउट सीएचसी को भेजा जा चुका है । पत्र के जरिये योजना के बारे में जानकारी देते हुए आयुष्मान कार्ड (गोल्डेन कार्ड) की महत्ता बताई गयी है। नए ग्राम प्रधानों से अनुरोध किया जाएगा कि वह अपने गांव के पात्र व्यक्तियों को योजना के लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दें। जिनका कार्ड नहीं बना है, उन्हेंं कार्ड बनवाने के लिए ग्राम प्रधान प्रेरित करेंगे। ग्राम प्रधान योजना से जुड़ी किसी भी तरह की भ्रांतियों को दूर करेंगे और लाभार्थी को बताएंगे कि योजना का लाभ केवल उन्हीं को मिलता है जिनका नाम पहले से ही सूची में शामिल है। सूची में कोई भी नया नाम भारत सरकार और शासन के दिशा-निर्देश पर ही जोड़ा जाता है।

पांच लाख रुपये तक करा सकते हैं इलाज

नोडल अधिकारी डा. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि योजना का लाभ अस्पताल में भर्ती होने के बाद ही प्राप्त होता है। इसके तहत पांच लाख तक के इलाज की सुविधा निश्शुल्क मिलती है। एक वित्तीय वर्ष में यदि योजना का लाभ नहीं लिया जाता है तो पांच लाख की निश्शुल्क सुविधा अगले वित्तीय वर्ष में नहीं जुड़ती है। किसी भी सरकारी अस्पताल और संबद्ध निजी अस्पताल से योजना का लाभ लेने के लिए वहां मौजूद आरोग्य मित्र की मदद ली जा सकती है।

जिले में 3.6 लाख लाभार्थी परिवार

जिला सूचना एवं तकनीकी प्रबंधक शशांक शेखर ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना के करीब 3.6 लाख लाभार्थी परिवार हैं। इन परिवारों में से करीब 3.44 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं।

यह है लाभ

जिला शिकायत प्रबंधक विनय कुमार पांडेय ने बताया कि इस कार्ड के रखने से अस्पताल पहुंचने पर लाभार्थी का कीमती समय बचता है। कार्ड होने पर आरोग्य मित्र वेरीफाई कर मरीज का तुरंत इलाज शुरू करवा देते हैं। कार्ड पर क्यूआर कोड होता है जिसे स्कैन कर तुरंत लाभार्थी का वेरीफिकेशन हो जाता है। योजना के लाभार्थी अपना आरोग्य कार्ड किसी भी जन सुविधा केंंद्र, संबद्ध अस्पताल एवं सरकारी अस्पताल मे निशुल्क बनवा सकते हैं।


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