स्वास्थ्यकर्मियों और भाजपाइयों में मारपीट, सेवाएं ठप
स्वास्थ्यकर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार भाजपाइयों ने दिया धरना
जागरण संवाददाता, कप्तानगंज,बस्ती :सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज में शनिवार को प्रभारी चिकित्साधिकारी डा.विनोद कुमार और भाजपा नेता विनीत तिवारी के बीच मारपीट हुई। इस दौरान अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई। स्वास्थ्य केंद्र में हुए हमले से नाराज भाजपा नेता ने समर्थकों संग कार्रवाई की मांग को लेकर शाम छह बजे तक धरना दिया। दूसरी तरफ प्रभारी चिकित्साधिकारी के समर्थन में स्वास्थ्यकर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर ओपीडी सहित अन्य सेवाएं ठप कर दी। दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
भाजपा नेता का आरोप है कि प्रभारी चिकित्साधिकारी के सहयोगियों ने उन्हें और उनके साथियों को घेरकर हमला कर दिया। दूसरी तरफ प्रभारी चिकित्साधिकारी का आरोप है कि भाजपा नेता ने उनके साथ बदसलूकी की। घटना के बाद भाजपा नेता के अस्पताल परिसर में समर्थकों संग धरने पर बैठने की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे प्रशिक्षु एसडीएम विनय कुमार सिंह, सीओ कलवारी अनिल कुमार सिंह,एसओ कप्तानगंज विकास यादव पहुंच गए। दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की, लेकिन दोनों ही पक्ष एक दूसरे के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे। दोपहर बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नंद किशोर कलाल पहुंचे। घटना के बारे में बंद कमरे में अस्पतालकर्मियों का बयान लिया।
घटना की शुरुआत सुबह दस बजे हुई। हुआ यह कि ओझागंज की कुपोषित बच्ची विध्यवासिनी और उसके पिता हरिश्चंद्र को लेकर भाजपा नेता विनीत तिवारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. विनोद कुमार के पास गए थे। बातचीत के दौरान भाजपा नेता की डाक्टर से कहासुनी हो गई। मामला मारपीट तक पहुंच गया। भाजपा नेता का आरोप है कि डाक्टर ने फोन कर बाहरी लोगों को बुलाकर हमला कराया। उनके साथ गए हरिश्चंद्र और तरुण त्रिपाठी को भी पीटा गया। कार्रवाई के आश्वासन पर माने भाजपाई
घटना की जानकारी जैसे ही हुई भाजपा नेता ओम प्रकाश ओझा,प्रमुख प्रतिनिधि पिटू सोनकर,पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेश तिवारी सहित तमाम लोग पहुंच गये। भाजपा नेता ने डाक्टर के निलंबन व उनके सहयोगियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ शाम चार बजे तक स्वास्थ्य केंद्र पर और उसके बाद हाईवे किनारे चौराहे पर धरना दिया। कार्रवाई के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ।