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सिद्धार्थनगर के जिला अस्पताल पहुंच गए स्वास्थ्य मंत्री, निरीक्षण में 66 कर्मी मिले गैरहाजिर

स्वास्थ्यमंत्री जयप्रताप सिंह ने सिद्धार्थनगर जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। ओपीडी में पहुंचे तो सिर्फ तीन चिकित्सक डा. एसएन पटेल डा. संजय शर्मा और डा. विजय बहादुर दुबे मौजूद थे जबकि 66 चिकित्सक समेत अन्य स्टाफ गैर हाजिर थे।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 07:10 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 07:10 PM (IST)
सिद्धार्थनगर के जिला अस्पताल पहुंच गए स्वास्थ्य मंत्री, निरीक्षण में 66 कर्मी मिले गैरहाजिर
जिला अस्पताल का निरीक्षण करते स्वास्थ्यमंत्री जयप्रताप सिंह। साथ में सीएमओ डा.संदीप चौधरी। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने सुबह में सिद्धार्थनगर जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। ओपीडी में पहुंचे तो सिर्फ तीन चिकित्सक डा. एसएन पटेल, डा. संजय शर्मा और डा. विजय बहादुर दुबे मौजूद थे, जबकि 66 चिकित्सक समेत अन्य स्टाफ गैर हाजिर थे। मंत्री के पहुंचने की सूचना पर मेडिकल कालेज के प्राचार्य, सीएमएस, चिकित्सक एवं अन्य स्टाफ पहुंचे। मंत्री ने हिदायत दी कि भविष्य में यदि जांच में समय से ओपीडी बंद मिली तो दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने सभी से समय से अस्पताल पहुंचने का निर्देश दिया।

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पर्ची काउंटर पर लगी मरीजों की लाइन

सीएमओ डा. संदीप चौधरी के साथ स्वास्थ्य मंत्री सुबह अस्पताल पहुंच गए। पर्ची काउंटर पर मरीजों की लाइन लगी थीं। तमाम लोग पर्ची भी कटवा चुके थे। बावजूद चिकित्सक कक्ष में मौजूद नहीं थे। उन्होंने इमरजेंसी, जनरल, सर्जिकल वार्ड के अलावा पीआइसीयू,एसएनसीयू, प्लास्टर कक्ष और लेबर रूम का निरीक्षण किया। मंत्री ने मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सलिल श्रीवास्तव एवं सीएमएस नीना वर्मा को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दोबारा जांच में चिकित्सक या अन्य स्टाफ अनुपस्थित मिले तो कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल प्रबंधक डा. अनूप कुमार यादव करीब नौ बजे अस्पताल पहुंचे। उन्हें देख मंत्री ने देरी से अस्पताल आने का कारण पूछा तो वह कोई उत्तर नहीं दे पाए।

69 चिकित्सकों की है तैनाती

जिला अस्पताल में 30 चिकित्सकों की तैनाती है। इसके अलावा 39 चिकित्सक की तैनाती मेडिकल कालेज की ओर से की गई है। सभी चिकित्सक विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बावजूद बड़ी संख्या में अनुपस्थित चिकित्सकों को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मरीजों का इलाज कैसे हो रहा है।

शतप्रतिशत लक्ष्य की ओर अग्रसर हैं 20 गांव

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन बेहद जरूरी है। सरकार इसके लिए भरपूर प्रयास भी कर रही है कि जल्द से जल्द लोगों को वैक्सीन लग सके। वैक्सीन को लेकर लोग जागरूक भी हैं। परिणाम स्वरूप खेसरहा के करमा, महुआ, चौरी, मसैचा, कलनाखोर सहित करीब 20 गांव ऐसे हैं जो संतृप्त होने की कगार पर हैं।

खेसरहा सीएचसी पर अब तक वैक्सीन का लगभग 90000 डोज लग चुका है। सीएचसी, महुआ, सेखुई, कुनौना, कपियवा सहित कुल नौ टीकाकरण केंद्रों पर टीकाकरण हुआ, जिसमें 1160 डोज का लक्ष्य रखा गया था।

महुआ में लगाई गई 100 लोगों को वैक्सीन

महुआ में 100 लोगों को वैक्सीन लगाई गई, जिसमें से अधिकांश दूसरे डोज वाले थे। 1200 की आबादी वाले इस गांव में अब तक कुल दस बार टीकाकरण हो चुका है।  पहली बार वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की संख्या बिल्कुल कम है। अधिकांश लोगों को दोनों डोज लग चुका है।  ग्राम प्रधान तथा स्वास्थ्य विभाग के लोगों के काफी प्रयास के बाद बतौरिया गांव के भी 10 लोगों ने टीका लगवाया जबकि इसके पहले यहां के लोग वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे थे। टीका लगवाने आए आदित्य पाण्डेय, श्याम सुंदर, कौशल  आदि ने बताया कि आज दूसरा डोज भी लग गया है। अब हम लोग अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक डा एमएम त्रिपाठी ने कहा कि सभी केंद्रों पर टीकाकरण सुचारू रूप से हो रहा है। सभी लोगों को वैक्सीन लग सके इसके लिए भरपूर प्रयास किया जा रहा है।


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