Lockdown in Gorakhpur : रेल पटरियों पर काम करने वालों के स्वास्थ्य की जांच शुरू Gorakhpur News
गोरखपुर-गोंडा रेलखंड पर सहायक मंडल इंजीनियर विवेक की टीम ने पटरियों पर कार्य करने वाले कर्मियों की थर्मल स्कैनिंग की। कर्मियों में मास्क ग्लव्स और सैनिटाइजर भी बांटे गए।
गोरखपुर, जेएनएन। रेल लाइनों पर कार्य करने वाले रेलकर्मियों (ट्रैकमैन, गैंगमैन, प्वाइंटमैन, कीमैन और गेटमैन) के स्वास्थ्य की जांच भी शुरू हो गई है। रेल अधिकारी खुद मौके पर पहुंचकर कर्मियों की थर्मल स्कैनिंग कर रहे हैं। बुखार होने पर रेलकर्मियों को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया जा रहा है। आवश्यकता पडऩे पर उन्हें छुट््टी भी दी जा रही है।
मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर भी बांटे गए गए
गोरखपुर-गोंडा रेलखंड पर सहायक मंडल इंजीनियर विवेक की टीम ने पटरियों पर कार्य करने वाले कर्मियों की थर्मल स्कैनिंग की। कर्मियों में मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर भी बांटे गए। वहीं वाराणसी और इज्जतनगर मंडल में भी कर्मियों के स्वास्थ्य की जांच शुरू हो गई है। वाराणसी मंडल में तो स्वयं मंडल रेल प्रबंधक रेलकर्मियों के बीच पहुंच रहे हैं और उनका मनोबल बढ़ा रहे हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार तीनों मंडल की रेल लाइनों पर मरम्मत और निगरानी का कार्य चल रहा है। इसके लिए सात हजार रेलकर्मी ड्यूटी पर लगाए गए हैं। पटरियों को दुरुस्त करने के साथ ही रेलकर्मियों को भी कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित किया जा रहा है।
रेलकर्मियों को ऑनलाइन मिलेगी स्वास्थ्य संबंधी सलाह
रेलकर्मियों व उनके परिजनों के लिए राहत भरी खबर है। अब लॉकडाउन के दौरान उन्हें हल्की बीमारियों के लिए भागकर रेलवे अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा। घर बैठे ही रेलवे के चिकित्सक उन्हें स्वास्थ्य संबंधी ऑनलाइन सलाह दे देंगे।
दवा लेने के लिए जा सकते हैं सेवानिवृत्त रेलकर्मी
ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल प्रबंधन आनलाइन सिस्टम तैयार करने में जुटा हुआ है। अधिकारियों के बीच मंथन जारी है। जल्द ही यह अहम सुविधा रेलकर्मियों तक पहुंच जाएगी। फिलहाल, रेलवे बोर्ड के निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने सेवानिवृत्त रेलकर्मियों को सिर्फ दवा लेने के लिए अस्पताल पहुंचने से छूट दे दी है। नई व्यवस्था के तहत सेवानिवृत्त रेलकर्मी 30 अप्रैल तक आसपास के किसी भी मेडिकल स्टोर से नियमित खाने वाली जरूरी दवाइयां खरीद सकते हैं। रेलवे प्रशासन लॉकडाउन के बाद दवा खरीद में आने वाले खर्च का भुगतान कर देगा। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार जिन सेवानिवृत्त रेलकर्मियों की नियमित दवा चलती है। वे पर्ची पर चिकित्सक की लिखी दवा समाप्त होने पर बाहर से खरीद सकते हैं। भुगतान हो जाएगा।