स्टार बनने के लिए जल्दबाजी ठीक नहीं : हर्षी मैड
मशहूर सिंगर हर्षी मैड ने कहा कि नई पीढ़ी स्टार बनने के जल्दबाजी में है जो कि ठीक नहीं है। संगीत के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है।
गोरखपुर, (जेएनएन)। बालीवुड की मशहूर सिंगर हर्षी मैड का कहना है कि नई पीढ़ी में स्टार बनने की जल्दबाजी संगीत के लिए हानिकारक है। संगीत के लिए लंबा रियाज और कड़ी मेहनत की दरकार होती है। यह मानक अगर पूरे नहीं होते तो पहले तो सफलता मिलती ही नहीं है और अगर मिल भी गई तो वह अस्थाई होती है। हर्षी रविवार को दैनिक जागरण के डांडिया रास कार्यक्रम में बतौर सिंगर हिस्सा लेने के लिए शहर में थीं।
जागरण से विशेष बातचीत में उन्होंने नए कलाकारों को सलाह दी कि पहले वह खुद के टेलेंट को चमकाएं, फिर लोगों के बीच चमकने की कोशिश करें। टेलेंट चमकेगा तो सफलता खुद-ब-खुद कदम चूमने लगेगी। संगीत के रियलिटी शो से होने वाले फायदे की चर्चा करते हुए हर्षी ने कहा कि इससे बहुत सी ऐसी प्रतिभाएं सामने आ रही हैं, जो शायद मंच न मिलने के चलते दबकर रह जातीं।
गंभीर ट्रेनिंग है रियलिटी शो
इसी क्रम में उन्होंने बताया कि रियलिटी शो महज शो-नहीं है बल्कि एक गंभीर ट्रेनिंग है। जिसमें न केवल सांगीतिक प्रतिभा निखारने का प्रयास किया जाता है बल्कि संपूर्ण व्यक्तित्व को निखारने की कोशिश भी की जाती है। रिमिक्स के बढ़ते चलने में पुराने फिल्मी गीतों पर निर्भरता की मजबूरी के सवाल पर हर्षी का दो-टूक जवाब था कि इसमें सफलता की गारंटी होती है। जो गाने पहले से लोगों की जुबां पर चढ़े होते हैं, उन्हें एक बार फिर चढ़ाने के लिए बहुत मशक्कत नहीं करनी पड़ती।
हालांकि हर्षी ने यह भी स्वीकार किया कि कई बार रिमिक्स के चक्कर में गाने की मौलिकता प्रभावित हो जाती है, जो संगीत के लिए ठीक नहीं है। पॉप संगीत से पहचान हासिल करने वाली हर्षी ने बड़ी साफगोई से यह स्वीकार किया उन्हें सुकून मैलोडी वाले गानों को गाने में ही मिलता है। बातचीत के क्रम में हर्षी यह बताना भी नहीं भूलीं कि बहुत जल्द उनके दो एकल गीत लोगों के बीच आने वाले हैं, जिनकी रिकार्डिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।