हमसफर एक्सप्रेस के किराए में छूट मिलेगी, लेकिन...समझिए पूरा गणित
हमसफर एक्सप्रेस के फ्लेक्सी किराए में रेलवे ने कुछ छूट दी है लेकिन छूट का यह गणित इतना उलझाऊ है कि बहुत कम लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
गोरखपुर, (प्रेम नारायण द्विवेदी)। रेलवे ने हमसफर एक्सप्रेस को घाटे से उबारने के लिए खूब माथापच्ची की है। इसके लिए एक योजना भी तैयार की है जिसमें लोगों को आकर्षित करने वाले 'छूट' शब्द का भी इस्तेमाल किया गया है लेकिन छूट की यह प्रक्रिया इतनी जटिल है कि किस्मत वाले ही इसे पाने में सफल हो पाएंगे। इसके लिए छूट के गणित को बेहद बारीकी से समझना होगा।
आप इस बात को भी पूरी तरह से समझ लीजिए कि फ्लेक्सी किराया हर टिकट पर लगेगा लेकिन इसमें .1 फीसद की छूट देकर यात्रियों को थोड़ी राहत जरूर दी गई है। पहले यह 1.5 लगता था और अब 1.4 लगेगा।
अब जरा छूट की प्रक्रिया को समझ लेते हैं। छूट पाने की पहली शर्त 60 फीसद से कम टिकटों की बुकिंग है, वह भी चार दिन पहले तक। यूं समझिए कि ट्रेन छूटने के चार दिन पहले तक अगर ट्रेन में करीब 60 फीसद ही टिकट बुक हुईं है तो आप छूट के पात्र होंगे। यह छूट 10 से 20 फीसद तक होगी।
नई व्यवस्था के तहत 60 से 70 फीसद तक टिकटों की बुकिंग पर किराए में 20 फीसद की छूट मिलेगी, जबकि 70 से 80 फीसद तक टिकटों की बुकिंग पर यात्रियों को 10 फीसद की रियायत मिलेगी। शेष 80 से 100 फीसद टिकटों की बुकिंग पर कोई छूट नहीं मिलेगी। यह व्यवस्था एक मार्च से लागू हो जाएगी। रेल मंत्रालय की पहल पर बोर्ड ने समस्त जोनल कार्यालयों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।
बता दें कि गर्मी की छुट्टी और त्योहारों को छोड़कर अन्य महीनों में हमसफर लगभग खाली ही चलती है। गोरखपुर से आनंदविहार के बीच रोजाना चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस की सभी बर्थें बुक नहीं हो पातीं। ऐसे में रेलवे की मंशा पूरी नहीं हो पा रही है। एक तो आम यात्रियों को कोई सहूलियत नहीं मिल पा रही। ऊपर से रेलवे को घाटा उठाना पड़ रहा है। फिलहाल यह नई व्यवस्था छह माह के लिए ही लागू होगी। आगे यात्रियों के रुझान पर व्यवस्था में कोई परिवर्तन किया जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ संजय यादव ने कहा कि रेलवे बोर्ड ने हमसफर के यात्रियों को छूट प्रदान कर रियायत प्रदान की है। इस नई व्यवस्था से आम जनता को राहत मिलेगी।