Lockdown: गोरखपुर शहर का आधा हिस्सा सन्नाटे में, एक सप्ताह तक रहेगा लाकडाउन Gorakhpur News
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने कोतवाली राजघाट और तिवारीपुर थाना क्षेत्रों में एक सप्ताह का लॉकडाउन किया है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना काल में न सिर्फ आपस में दूरी पैदा कर दी है बल्कि शहरों और मोहल्लों में बंटवारे की लकीर खींच दी है। सोमवार की सुबह 55 घंटे का लॉकडाउन खत्म होते ही शहर का एक हिस्सा पूरी तरह गुलजार हो गया। जबकि दूसरा हिस्से में वीरानी छाई हुई है। प्रशासन ने शहर के तीन थाना हल्कों में एक 17 जुलाई तक पूर्णता लॉकडाउन किया है। इस वजह से इन इलाकों में दवा की दुकानों को छोड़कर सबकुछ बंद रहा। कुछ जगहों पर थाने की हद को लेकर लोगों के साथ-साथ दुकानदार भी पसोपेश में रहे। ऐसे में वहां मौजूद पुलिस के जवानों ने लॉकडाउन का पालन कराने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी।
तिवारीपुर, कोतवाली व राजघाट क्षेत्र में लाकडाउन
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने कोतवाली, राजघाट और तिवारीपुर थाना क्षेत्रों में एक सप्ताह का लॉकडाउन किया है। प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी लॉकडाउन वाले इलाकों को दौर कर हालात का जायजा लेते रहे। छोटी से लेकर बड़े कारोबारी इकाइयां बंद रहीं। साहबगंज मंडी, रेती, घंटाघर, शाहमारफ, गीता प्रेस रोड, पांडेयहाता, इलाहीबाग, मियां बाजार, नखास आदि इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा। चाय-पान की दुकानें भी बंद रही। शहर की सबसे बड़ी थोक व फुटकर बाजार इन्हीं इलाकों में है। लोग बाजार के तरफ रुख न करे इसके लिए जगह-जगह बैरिकेटिंग की गई थी। बावजूद इसके आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में ग्राहक सामान खरीदने शाहमारुफ और पांडेयहाता पहुंचे थे जिन्हें पुलिस ने वापस भेज दिया। कुछ जगहों पर कारोबारी अपने दुकान के बाहर खड़े नजर आए, लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते दुकान का शटर उठाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। दूसरी तरफ गोलघर, शाहपुर, धर्मशाला बाजार, मोहद्?दीपुर, पार्क रोड, बेतियाहाता आम दिनों की तरह गुलजार नजर आए। हालांकि रोस्टर के मुताबिक सिर्फ पचास फीसद दुकानें ही खुली रहीं। सड़कों पर भीड़ नजर आई, लेकिन दुकानों पर ग्राहकों की संख्या औसत से कम रही। इसकी सबसे बड़ी वजह लॉकडाउन वाले इलाकों से लोगों का बाहर न निकलना था।
रोस्टर को लेकर पसोपेश में दुकानदार
शासन ने निर्देश पर सोमवार से लेकर शुक्रवार तक ही कारोबारी प्रतिष्ठानें खोली जा सकेंगी। रोस्टर के मुताबिक पहले पचास फीसद कारोबारियों को सोमवार, बुधवार और शुक्रवार और शेष को मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को दुकान खोलने की अनुमति थी। रोस्टर में बदलाव न होने से दुकानदारों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। व्यापारियों का कहना है कि अगर प्रशासन ने बदलाव नहीं किया तो पचास फीसद दुकानों सिर्फ दो दिन ही खुल सकेगी। इससे न सिर्फ दुकानों पर भीड़ बढ़ेगी बल्कि फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी मुश्किल हो जाएगा।