जिप्सम पाउडर से सुधारेगी मिट्टी की सेहत, सब्जी खेती में कारगर Gorakhpur News
खेती-किसानी में मिट्टी को लेकर परेशान होने वाले किसानों के लिए राहत भरी खबर है। अब जिप्सम पाउडर से मिट्टी की सेहत सुधारी जा सकती है
By Edited By: Published: Mon, 22 Jul 2019 10:00 AM (IST)Updated: Mon, 22 Jul 2019 10:34 AM (IST)
गोरखपुर,जेएनएन। खेती-किसानी में मिट्टी को लेकर परेशान होने वाले किसानों के लिए राहत भरी खबर है। अब जिप्सम पाउडर से मिट्टी की सेहत सुधारी जा सकती है। राजस्थान से 104 मीट्रिक टन जिप्सम किसानों के लिए मंगाया गया है। इसके वितरण के लिए सभी ब्लाकों में 10-10 मीट्रिक टन भेजा जाएगा। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार जिप्सम पाउडर में भरपूर कैल्शियम, सल्फर उपलब्ध रहता है।
खेत में प्रयोग करने पर खेती की मिट्टी की उर्वरा शक्ति बेहतर हो जाती है। भूमि सुधार में यह पाउडर बेहद कारगर साबित होता है। साथ ही खेत की दशा भी सुधरती है। पाउडर का प्रयोग होने पर फसल उत्पादन में भी वृद्धि होती है। सब्जी की खेती में यह पाउडर खाद का काम करता है। किसानों में वितरण के लिए जोधपुर राजस्थान से इसे शनिवार को मंगाया गया। जिला कृषि अधिकारी कार्यालय के बाहर ही पाउडर रखा गया है। हालांकि यह पाउडर पानी में भीग रहा है जबकि वैज्ञानिकों का कहना है कि पानी पड़ने से यह पाउडर खराब नहीं होगा।
यह पाउडर खनन के दौरान निकलता है। 50 से 75 फीसद मिलेगा अनुदान जिप्सम पाउडर 50 किलो की बोरी 265 रुपये में उपलब्ध है। किसानों को प्रति बोरी के हिसाब से 50 से 75 फीसद अनुदान देने की योजना है। अनुदान की रकम सीधे किसानों के खाते में डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिये भेजी जाएगी। जिला कृषि अधिकारी संजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि खेत की उर्वरा शक्ति जिप्सम पाउडर डालने से बेहतर होती है। पाउडर आ गया है। ब्लाकों में जल्द ही 10-10 मीट्रिक टन भेजा जाएगा। वहां से किसान इसे प्राप्त कर सकते हैं। अनुदान के लिए किसानों को जरूरी कागजात जमा करने होंगे।
खेत में प्रयोग करने पर खेती की मिट्टी की उर्वरा शक्ति बेहतर हो जाती है। भूमि सुधार में यह पाउडर बेहद कारगर साबित होता है। साथ ही खेत की दशा भी सुधरती है। पाउडर का प्रयोग होने पर फसल उत्पादन में भी वृद्धि होती है। सब्जी की खेती में यह पाउडर खाद का काम करता है। किसानों में वितरण के लिए जोधपुर राजस्थान से इसे शनिवार को मंगाया गया। जिला कृषि अधिकारी कार्यालय के बाहर ही पाउडर रखा गया है। हालांकि यह पाउडर पानी में भीग रहा है जबकि वैज्ञानिकों का कहना है कि पानी पड़ने से यह पाउडर खराब नहीं होगा।
यह पाउडर खनन के दौरान निकलता है। 50 से 75 फीसद मिलेगा अनुदान जिप्सम पाउडर 50 किलो की बोरी 265 रुपये में उपलब्ध है। किसानों को प्रति बोरी के हिसाब से 50 से 75 फीसद अनुदान देने की योजना है। अनुदान की रकम सीधे किसानों के खाते में डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिये भेजी जाएगी। जिला कृषि अधिकारी संजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि खेत की उर्वरा शक्ति जिप्सम पाउडर डालने से बेहतर होती है। पाउडर आ गया है। ब्लाकों में जल्द ही 10-10 मीट्रिक टन भेजा जाएगा। वहां से किसान इसे प्राप्त कर सकते हैं। अनुदान के लिए किसानों को जरूरी कागजात जमा करने होंगे।
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