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प्‍याज की जमाखोरी रोकेगी सरकार, गोदाम बनाने के लिए किसानों को दे रही अनुदान Gorakhpur News

सरकार ने प्याज की जमाखोरी से निपटने के लिए नया तरीका अपनाया है। किसानों को प्याज की खेती पर अनुदान के साथ ही उसके भंडारण हेतु गोदाम बनाने के लिए अनुदान की व्यवस्था की है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 07:02 PM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 07:02 PM (IST)
प्‍याज की जमाखोरी रोकेगी सरकार, गोदाम बनाने के लिए किसानों को दे रही अनुदान Gorakhpur News
प्‍याज की जमाखोरी रोकेगी सरकार, गोदाम बनाने के लिए किसानों को दे रही अनुदान Gorakhpur News

 गोरखपुर, जेएनएन। सरकार प्याज की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को नए-नए प्रलोभन दे रही है। अनुदान से लेकर तकनीकी जानकारी भी दी जा रही। ग्रामीण क्षेत्र में तैयार फसल को रखने की समस्या को देखते हुए सरकार गोदाम बनाने के लिए अब किसानों को 85 हजार रुपये का अनुदान दे रही है।

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87 हजार मिलेगा अनुदान, लहसुन के बीज मुफ्त

सरकार ने प्याज की जमाखोरी से निपटने के लिए नया तरीका अपनाया है। किसानों को प्याज की खेती पर अनुदान के साथ ही उसके भंडारण हेतु गोदाम बनाने के लिए अनुदान की व्यवस्था की है। 25 मीट्रिक टन का एक प्याज भंडार गृह बनाने पर 87.500 हजार रुपये किसान को मिलेंगे। गोदाम अपने निजी भूमि पर बनाना होगा। किसान उसमें प्याज और लहसुन सुरक्षित रख सकते हैं। इससे किसानों को मुनाफा अधिक होगा। लहसुन का बीज भी निश्शुल्क दिया जाता है। किसान सुभाष पांडेय, चर्तुभुजी, राम मिलन कहते हैं कि प्याज की खेती लंबे समय से कर रहे हैं। भंडारण व्यवस्था का लाभ उठाने के लिए अर्जी देंगे।

बस्‍ती के बारह हजार किसानों को मिलेगा लाभ 

बस्‍ती जिले में कृषि विभाग में पंजीकरण कराए 10 से 12 हजार किसान इसका लाभ ले सकते हैं। अनुदान लेने के लिए किसानों को उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की वेबसाइट पर आनलाइन पंजीकरण कराकर उद्यान विभाग को प्रस्ताव देना होगा। फिर योजना में उनको चयनित कर अनुदान दिया जाएगा।

50 हेक्टेयर में होती है खेती

बस्‍ती जिले के उद्यान अधिकारी राजेंद्र कुमार यादव का कहना है कि बस्‍ती जनपद में 50 हेक्टेयर में प्याज की खेती होती है। हर साल लगभग 20 हजार क्विंटल प्याज का किसान उत्पादन करते हैं। यह प्याज स्टोर के अभाव में खराब हो जाती थी। गोदाम बनाकर किसान लाभ कमा सकते हैं।


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