स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता परखेगा शासन, जांच के लिए अधिकारी तैनात
प्रथम चरण में गोरखपुर-बस्ती मंडल के गोरखपुर बस्ती सिद्धार्थनगर व कुशीनगर जिले के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के निरीक्षण के लिए अधिकारी नामित किए गए हैं। जो शासन की गाइडलाइन के अनुसार विद्यालयों केे बारे में कंपलीट जानकारी लेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। ग्यारह माह बाद खुले परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता शासन परखेगा। इसके साथ ही विद्यालयों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी भी लेगा। इसके लिए सूबे के 54 जनपदों में अलग-अलग अधिकारियों की तैनाती की कई हैं, जो पंद्रह फरवरी को अपने-अपने तैनाती वाले जिलों का दौरा कर स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान उनकी नजर कोविड-19 को जारी शासन की गाइड लाइन पर भी रहेगी।
प्रथम चरण में गोरखपुर-बस्ती मंडल के गोरखपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर व कुशीनगर जिले के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के निरीक्षण के लिए अधिकारी नामित किए गए हैं। जो शासन की गाइडलाइन के अनुसार विद्यालयों का संचालन हो रहा या नहीं इसको लेकर विद्यालय स्तर पर की गई तैयारियों का जायजा लेंगे। निरीक्षण के पश्चात वह अपनी रिपोर्ट तैयार कर तीन दिनों के अंदर महानिदेशक स्कूल शिक्षा को सौपेंगे।
गोरखपुर-बस्ती मंडल के किस जिले में कौन करेगा निरीक्षण
महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा गोरखपुर-बस्ती मंडल के जनपदों के उच्च प्राथमिक स्कूलों में निरीक्षण के लिए जो अधिकारी नामित किए गए हैं उनमें गोरखपुर में उप शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा निदेशालय अशोक कुमार, बस्ती में वरिष्ठ विशेषज्ञ समग्र शिक्षा रोहित त्रिपाठी, सिद्धार्थनगर में सीटीई लखनऊ के प्राचार्य विष्णु श्याम द्विवेदी तथा कुशीनगर में बेसिक शिक्षा निदेशालय के विधि अधिकारी राम सागर पति त्रिपाठी शामिल हैं।
प्रेरणा ज्ञानोत्सव के आयोजन पर भी करेंगे चर्चा
शासन के निर्देश पर स्कूलों के निरीक्षण के दौरान नामित अधिकारी अपने-अपने संबंधित जनपदों में प्रेरणा ज्ञानोत्सव के आयोजन के संबंध में चर्चा करेंगे। इसके लिए वह बीएसए, जिला समन्वयक व खंड शिक्षाधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें प्रशिक्षित भी करेंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह का कहना है कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने जनपद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों का निरीक्षण कराने का निर्णय लिया है। सभी प्रधानाध्यापकों से शासन से जारी एसओपी के अनुसार विद्यालय संचालित करने के निर्देश दे दिए गए हैं, ताकि निरीक्षण के दौरान जांच टीम की मानकों पर खरा उतर सकें।