Coronavirus: गोरखपुर से बाहर अब सरकारी कर्मचारी भी नहीं जा सकते, प्रशासन सख्त Gorakhpur News
कर्मचारी जहां तैनात हैं उन्हेंं उसी जिले में रहना होगा। वह न गोरखपुर से आ सकेंगे और न ही गोरखपुर से बाहर के जिलों में जा सकेंगे। ऐसे में जो जहां नौकरी कर रहा है उसे वहीं रहेेे।
गोरखपुर, जेएनएन। जनपद में आए दूसरे कोरोना केस ने पुलिस-प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ग्रीन जोन का दर्जा खो चुका गोरखपुर अब दोबारा से उसे पाने के लिए जिद्दोजहद कर रहा है। इसी को लेकर प्रशासन ने बार्डर एरिया में सख्ती काफी बढ़ा दी है। बार्डर पर सख्ती बढ़ाए जाने के साथ ही सरकारी कर्मचारियों के भी बार्डर पार करने पर रोक लगा दी गई है।
जहां पर हैं अब वहीं रहना है कर्मचारियों को
कर्मचारी जहां तैनात हैं, उन्हेंं उसी जिले में रहना होगा। वह न गोरखपुर से आ सकेंगे और न ही गोरखपुर से बाहर के जिलों में जा सकेंगे। ऐसे में जो जहां नौकरी कर रहा है, उसे वहीं रहने की हिदायत दी गई है। इसके साथ ही दिल्ली या किसी अन्य जगह से आने वाली एंबुलेंस के चालकों को भी गोरखपुर में क्वारंटाइन किया जाएगा। उन्हेंं वापस जाने की अनुमति नहीं होगी।
बार्डर पर और सख्त हुआ पहरा, एंबुलेंस के चालक भी होंगे क्वारंटाइन
जिलाधिकारी ने बताया कि बार्डर पार आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। गंभीर मरीजों को सीएमओ के अनुमति के बाद ही अस्पताल भेजे जाएंगे। एंबुलेंस में आने वाला मरीज सीधे अपने गांव नहीं जा सकेगा। पहले उसे अस्पताल भेजा जाएगा। कोरोना जांच के बाद अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो ही वह गांव में प्रवेश कर पाएगा।
सिर्फ बाहर के लिए रेफर मरीजों पर हो सकता है विचार
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने बताया कि किसी भी सूरत में सीमा के अंदर किसी को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि पास को लेकर भी नियम काफी सख्त कर दिए गए हैं। रेड जोन के क्षेत्रों में पास नहीं जारी किया जाएंगे। किसी को बहुत इमरजेंसी है या गोरखपुर अस्पताल से बाहर के लिए रेफर किया गया है तो उसपर विचार किया जा सकता है। अन्यथा किसी भी सूरत में किसी को गोरखपुर से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा।