चीन को मात देगा गोरखपुर का कंबल, वीर बहादुर सिंह ने शुरू कराया था कारखाना
वर्ष 2019- 2020 में खादी ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल के निर्देश में कंबल कारखाना नए भवन में चालू हुआ। इस वर्ष 1200 कंबल के उत्पादन का लक्ष्य रखकर आपूर्ति भी कर दी गई। यहां ऊन का आयात किया जाता है।
गोरखपुर, जेएनएन। प्रदेश सरकार द्वारा कंबल कारखाना (खजनी में फिनिशिंग प्लांट) लगाने की घोषणा से बुनकरों में खुशी है। अब यहां विश्वस्तरीय गुणवत्ता परक कंबल का उत्पादन होगा जो चीन के कंबल से प्रतिस्पर्धा कर उसे मात देगा। उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा खुटभार, खजनी में संचालित इस कंबल कारखाने का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह ने वर्ष 1985- 86 में किया था। 25 लाख की लागत से तैयार यह कारखाना आपूर्ति के अभाव में पांच वर्ष चलने के बाद बंद हो गया था।
नए भवन में चालू हुआ कारखाना
वर्ष 2019- 2020 में खादी ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल के निर्देश में कंबल कारखाना नए भवन में चालू हुआ। इस वर्ष 1200 कंबल के उत्पादन का लक्ष्य रखकर आपूर्ति भी कर दी गई। यहां पर केंद्रीय व्यवस्था के तहत ऊन का आयात किया जाता है। वर्ष 2021 का लक्ष्य 3000 कंबल के निर्माण का है। जिसके तहत 1200 कंबल तैयार कर फिनिशिंग के लिए मिर्जापुर भेज दिया गया है।
शीघ्र बनेगा फिनिशिंग प्लांट
1.80 करोड़ की लागत से शीघ्र फिनिशिंग प्लांट बनेगा। जिसके तहत वाशिंग मशीन, आटोमैटिक कलर मशीन, हाइड्रोजन मशीन, मिलिंग मशीन, प्रिंटिंग मशीन, ड्रायर मशीन, पैकिंग मशीन लगाकर विश्वस्तरीय कंबल का उत्पादन होगा। जो चीन के उत्पादन को मात देगा। इसमें 100 लोगो को रोजगार मिला हुआ है। रहा है। कारखाने में 11 पुरुष बुनकर 11 लूम चलाते है। जबकि 12 महिलाएं कातने का कार्य करती है। अभी नकहा निवासी बुनकर रियाज ने बताया कि 14 माह से काम कर रहा हूं। समय से मेरे खाते में पारिश्रमिक चला जाता है। जिससे परिवार का भरण पोषण हो रहा है।
और लोगों को मिलेगा रोजगार
कंबल कारखाना खजनी के व्यवस्थापक अनिल रामेंद्र मिश्रा ने बताया कि खादी ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल के निर्देश पर कारखाने को पुन: चालू किया गया है। स्थानीय बेरोजगार प्रवासियों को रोजगार दिया जा रहा है। अब कारखाने में फिनिशिंग का प्लांट शीघ्र लगेगा। जिससे विश्वस्तरीय उत्पादन के साथ ही और लोगों को भी रोजगार मिलेगा।